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कांग्रेस और भाजपा ने सामूहिक रूप से किया स्वर्गीय माधवराव सिंधिया को याद - माधवराव सिंधिया की छतरी कहां है

स्वर्गीय सिंधिया को भारतीय जनता पार्टी के साथ ही कांग्रेस ने भी शिद्दत से याद किया. कांग्रेस पार्टी ने शिंदे की छावनी स्थित अपने मुख्यालय से एक प्रभात फेरी निकाली, जो थीम रोड स्थित अम्मा महाराज की छतरी पर जाकर सिंधिया के समाधि स्थल पर समाप्त हुई.

Madhavrao Scindia
माधवराव सिंधिया
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Published : Sep 30, 2021, 10:39 AM IST

Updated : Sep 30, 2021, 10:55 AM IST

ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया (Late Madhavrao Scindia) की पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण तरीके से याद किया गया. खास बात यह रही कि स्वर्गीय सिंधिया को भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) के साथ ही कांग्रेस ने भी शिद्दत से याद किया. कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने शिंदे की छावनी स्थित अपने मुख्यालय से एक प्रभात फेरी निकाली, जो थीम रोड स्थित अम्मा महाराज की छतरी पर जाकर सिंधिया के समाधि स्थल पर समाप्त हुई.

  • मध्यप्रदेश की माटी के रत्न, भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि!

    अपने कार्यों और पुनीत विचारों के माध्यम से आप सदैव प्रदेशवासियों के हृदय में रहेंगे। pic.twitter.com/iFbQUxkAB3

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 30, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

माधवराव सिंधिया की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन किए अर्पित
वहां पहले से ही बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता स्वर्गीय सिंधिया की तस्वीर पर माल्यार्पण कर रहे थे. इस बीच नारेबाजी करते हुए कांग्रेस जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे. उन्होंने अम्मा महाराज की छतरी में स्वर्गीय सिंधिया की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उन्हें विकास का मसीहा बताया. इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी के कई कार्यकर्ता आपस में चुटीले अंदाज में बातचीत करते रहे.

भाजपा नेता ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष को दिया न्यौता
कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष रहे और अब बीजेपी में शामिल अशोक शर्मा ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा से कहा कि उन्हें भी मुख्यधारा यानी बीजेपी से जुड़ जाना चाहिए. जबकि देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि उनकी विचारधारा की लड़ाई थी. स्वर्गीय सिंधिया खुद कहते थे कि देश की मुख्य धारा की पार्टी कांग्रेस पार्टी है. वे उन्हीं का अनुसरण करते हुए कांग्रेस पार्टी में हैं.

Madhavrao Scindia
माधवराव सिंधिया की प्रतिमा पर फूल किये अर्पित.

BJP का हृदय परिवर्तन! नेता कांग्रेस का, पुण्यतिथि मना रही बीजेपी, जानिए क्यों

गौरतलब है कि डेढ़ साल पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. पिछले साल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अम्मा महाराज की छतरी नहीं पहुंचे थे, लेकिन जब इस बार उन्होंने पूर्व विधायक और ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक रमेश अग्रवाल से स्वर्गीय सिंधिया को श्रद्धा सुमन अर्पित करने की इच्छा जाहिर की तो उन्होंने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया. इसके बाद कांग्रेस और बीजेपी के अलावा तमाम समाजसेवी संगठनों के लोग सिंधिया को याद करने अम्मा महाराज की छतरी पहुंचे और उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए.

स्वर्गीय माधवराव सिंधिया का राजनीतिक सफर
स्वर्गीय माधवराव सिंधिया (Death Anniversary Of Madhavrao Scindia) ने गुना से 4 बार चुनाव लड़ा. उन्होंने 1971 में पहली बार चुनाव जीता उस समय वे महज 26 साल के थे. इसके बाद वे एक भी चुनाव नहीं हारे. वे लगातार 9 बार लोकसभा से सांसद रहे. 1984 में उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई को ग्वालियर से करारी शिकस्त दी थी. माधव सिंधिया 6 बार कांग्रेस, 1 बार निर्दलीय, 1 बार जनसंघ और 1 बार मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस पार्टी से सांसद रहे हैं. स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जनसंघ से की थी. 1969 में जब उनकी माता विजय राजे सिंधिया जनसंघ में आईं, तो उनके साथ ही विदेश से पढ़ाई कर लौटे उनके बेटे माधव सिंधिया ने भी जनसंघ ज्वाइन कर लिया. 1971 के चुनाव में जब देश में चारों तरफ इंदिरा गांधी की लहर थी, तब 26 साल की उम्र में गुना संसदीय सीट से पहली बार चुनाव जीतकर माधव सिंधिया संसद पहुंचे. उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया (Late Madhavrao Scindia) की पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण तरीके से याद किया गया. खास बात यह रही कि स्वर्गीय सिंधिया को भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) के साथ ही कांग्रेस ने भी शिद्दत से याद किया. कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने शिंदे की छावनी स्थित अपने मुख्यालय से एक प्रभात फेरी निकाली, जो थीम रोड स्थित अम्मा महाराज की छतरी पर जाकर सिंधिया के समाधि स्थल पर समाप्त हुई.

  • मध्यप्रदेश की माटी के रत्न, भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि!

    अपने कार्यों और पुनीत विचारों के माध्यम से आप सदैव प्रदेशवासियों के हृदय में रहेंगे। pic.twitter.com/iFbQUxkAB3

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 30, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

माधवराव सिंधिया की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन किए अर्पित
वहां पहले से ही बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता स्वर्गीय सिंधिया की तस्वीर पर माल्यार्पण कर रहे थे. इस बीच नारेबाजी करते हुए कांग्रेस जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे. उन्होंने अम्मा महाराज की छतरी में स्वर्गीय सिंधिया की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उन्हें विकास का मसीहा बताया. इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी के कई कार्यकर्ता आपस में चुटीले अंदाज में बातचीत करते रहे.

भाजपा नेता ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष को दिया न्यौता
कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष रहे और अब बीजेपी में शामिल अशोक शर्मा ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा से कहा कि उन्हें भी मुख्यधारा यानी बीजेपी से जुड़ जाना चाहिए. जबकि देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि उनकी विचारधारा की लड़ाई थी. स्वर्गीय सिंधिया खुद कहते थे कि देश की मुख्य धारा की पार्टी कांग्रेस पार्टी है. वे उन्हीं का अनुसरण करते हुए कांग्रेस पार्टी में हैं.

Madhavrao Scindia
माधवराव सिंधिया की प्रतिमा पर फूल किये अर्पित.

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गौरतलब है कि डेढ़ साल पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. पिछले साल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अम्मा महाराज की छतरी नहीं पहुंचे थे, लेकिन जब इस बार उन्होंने पूर्व विधायक और ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक रमेश अग्रवाल से स्वर्गीय सिंधिया को श्रद्धा सुमन अर्पित करने की इच्छा जाहिर की तो उन्होंने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया. इसके बाद कांग्रेस और बीजेपी के अलावा तमाम समाजसेवी संगठनों के लोग सिंधिया को याद करने अम्मा महाराज की छतरी पहुंचे और उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए.

स्वर्गीय माधवराव सिंधिया का राजनीतिक सफर
स्वर्गीय माधवराव सिंधिया (Death Anniversary Of Madhavrao Scindia) ने गुना से 4 बार चुनाव लड़ा. उन्होंने 1971 में पहली बार चुनाव जीता उस समय वे महज 26 साल के थे. इसके बाद वे एक भी चुनाव नहीं हारे. वे लगातार 9 बार लोकसभा से सांसद रहे. 1984 में उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई को ग्वालियर से करारी शिकस्त दी थी. माधव सिंधिया 6 बार कांग्रेस, 1 बार निर्दलीय, 1 बार जनसंघ और 1 बार मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस पार्टी से सांसद रहे हैं. स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जनसंघ से की थी. 1969 में जब उनकी माता विजय राजे सिंधिया जनसंघ में आईं, तो उनके साथ ही विदेश से पढ़ाई कर लौटे उनके बेटे माधव सिंधिया ने भी जनसंघ ज्वाइन कर लिया. 1971 के चुनाव में जब देश में चारों तरफ इंदिरा गांधी की लहर थी, तब 26 साल की उम्र में गुना संसदीय सीट से पहली बार चुनाव जीतकर माधव सिंधिया संसद पहुंचे. उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

Last Updated : Sep 30, 2021, 10:55 AM IST
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