ग्वालियर। जिले में कलेक्टर की जनसुनवाई में आत्मदाह का प्रयास करने वाले अनिल बरार का इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक के परिजन क्षेत्रीय पार्षद और प्रशासनिक अधिकारियों पर लापरवाही करने का आरोप लगा रहे हैं.
जनसुनवाई के दौरान लगाई थी आग
19 नवम्बर को ग्वालियर कलेक्टर की जनसुनवाई में भितरवार निवासी अनिल बरार ने आत्मदाह करने का प्रयास किया था. इस घटना में गंभीर रूप से झुलसने पर अनिल को पुलिस ने इलाज के लिए जयारोग्य अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया था. आज इलाज के दौरान अनिल ने दम तोड़ दिया. पुलिस एवं प्रशासन की मौजूदगी में मृतक का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
आत्मदाह के पीछे की कहानी ये है
रामसेवक का आरोप है कि कुछ दिनों पहले अनिल ने एक मढ़ैया बनाई थी, जिसे भितरवार में वार्ड नंबर-6 से कांग्रेस पार्षद आशीष खान ने तुड़वा दिया थी. आगे उन्होंने कहा कि अनिल ने अपनी जमीन पर मढ़ैया बनाई औऱ साल 1998 में उन्हें जमीन का पट्टा दिया गया था. जिसमें जमीन का कुछ हिस्सा ही शामिल था, इसकी उसने अधिकारियों से भी शिकायत की थी. लेकिन सुनवाई नहीं होने से अनिल निराश था, इसी के चलते 19 नवंबर को कलेक्टर की जन सुनवाई में अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर पहुचा था और उसने खुद को आग लगा ली.