ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय का साल 2021- 22 का बजट पेश कर दिया गया है. कार्य परिषद की बैठक में इस बजट को अनुमोदित किया जाना है. फिलहाल, इस बजट पर चर्चा की जा रही है. प्रस्तावित बजट में आगामी साल के लिए करीब 135 करोड़ का व्यय दिखाया गया है, जबकि विभिन्न संसाधनों से आय सिर्फ 125 करोड़ रुपए ही हो पाई है.
वाइब्रेंट अकादमी और रिसर्च इंस्टीट्यूट स्थापित
जीवाजी विश्वविद्यालय का मानना है कि नए वित्तीय साल में जीवाजी विश्वविद्यालय को एक वाइब्रेंट अकादमी और रिसर्च इंस्टीट्यूट के रूप में स्थापित किया जाएगा. इसमें शोध और शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्टमेंट प्लान तैयार किया गया है. रिसर्च और अकादमिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही स्कॉलरशिप और फेलोशिप को भी छात्र हितों को देखते हुए नए बजट में रखा गया है. यह बजट करीब 10 करोड़ के घाटे वाला बताया जा रहा है.
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विश्वविद्यालय में नए कोर्स भी बढ़ाए जाएंगे
विश्व विद्यालय में ज्यादा से ज्यादा लैब और स्मार्ट क्लासेस तैयार किए जाने हैं. इसके लिए नए वित्तीय साल में कोशिश होगी. विश्वविद्यालय में नए कोर्स भी बढ़ाए जाएंगे. इसके साथ ही कृषि मेडिकल कॉलेज और आयुर्वेदिक कॉलेज की स्थापना के लिए कोशिशें तेज की जाएंगी. इस बजट पर कार्यपरिषद की बैठक में भी चर्चा हो रही है. कार्य परिषद के कुछ सदस्यों ने नए बजट प्रावधानों को लेकर अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई है, लेकिन बहुमत के आधार पर यह बजट पास होने की संभावना है.