ग्वालियर। प्रदेश में ब्लैक फंगस भयावह होता जा रहा है. इंजेक्शन की कमी से जूझ रहे मरीजों तो अब फंगस ने निगलना शुरू कर दिया है. फंगस से ग्वालियर में शुक्रवार को एक महिला सहित तीन मरीजों की मौत हुई है. ब्लैक फंगस के शिकारों में ग्वालियर के एक इंसीडेंट कमांडर आनंद यादव जालौन की रहने वाली 45 वर्षीय सुमन देवी और छतरपुर निवासी नारायण सिंह शामिल है.
- गलत इंजेक्शन से मौत की आशंका
शहर में चर्चा है कि ब्लैक फंगस दूर करने के लिए लाइपोसोमल एफोटेरेसिन-b के स्थान पर लिपिड कांपलेक्स एंफोटेरेसिन-b इंजेक्शन दिए जाने की वजह से 3 मरीजों ने दम तोड़ा है. हालांकि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने इस बात को सिरे से खारिज किया है. उनका कहना है कि आफ्टर कोविड-19 से ब्लैक फंगस की शिकायत इन मरीजों में पाई गई थी, इसके गंभीर होने की वजह से मरीजों की मौत हुई है.
मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस से 76 लोगों की मौत, मरीजों का आंकड़ा 1,200 के पार
- 73 लोग हुए ब्लैक फंगस का शिकार
ब्लैक फंगस से पीड़ित इंसीडेंट कमांडर आनंद यादव की जान बचाने के लिए ग्वालियर से दिल्ली शिफ्ट किया जा रहा था. इसी दौरान मथुरा के पास उनकी मौत हो गई. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि यह लोग ब्लैक फंगस के अलावा हाइपरटेंशन सहित अन्य बीमारियों से भी ग्रसित थे. हालात गंभीर हो जाने के कारण इन मरीजों की मौत हुई है. चर्चा यह भी है कि लिपिड कांपलेक्स एंफोटेरेसिन-b इंजेक्शन के दुष्प्रभाव के कारण मरीजों ने दम तोड़ा है. ग्वालियर में अब तक 73 लोग ब्लैक फंगस के शिकार हो चुके हैं, इनमें से 30 लोग ग्वालियर के हैं बाकी आसपास जिले के रहने वाले हैं.