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ग्वालियर सीट पर प्रत्याशियों को नहीं मिल रहा दिग्गजों का साथ, प्रचार से नेताओं ने बनाई दूरी

ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से शहर के महापौर विवेक नारायण शेजवलकर बीजेपी की टिकट से चुनावी मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस से अशोक सिंह अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इन दोनों के पक्ष में माहौल बनाने की जिम्मेदारी जिन दिग्गजों के कंधों पर है वह नेता क्षेत्र से गायब हैं.

बीजेपी-कांग्रेस
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Published : May 5, 2019, 8:39 PM IST

ग्वालियर। ग्वालियर संसदीय सीट पर इस बार सबकी निगाहें टिकी हैं. सिंधिया परिवार के असर वाली इस सीट पर भले ही सिंधिया परिवार का कोई सदस्य चुनावी मैदान में नहीं है. इसके बावजूद कांग्रेस और बीजेपी में यहां कड़ा मुकाबला माना जा रहा है. बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने की जिम्मेदारी जिन दिग्गजों के कंधों पर है वह नेता क्षेत्र से गायब हैं.

कांग्रेस के अधिकांश नेता गुना में पार्टी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुये हैं. वहीं बीजेपी प्रत्याशी विवके शेजवलकर के पक्ष में माहौल बनाने के लिये बीजेपी के कई नेता क्षेत्र से दूरी बनाये हुये हैं. भाजपा पार्टी नेताओं की सक्रियता नहीं होने का दंश झेल रही है. उसके नेता पूर्व मंत्री जयभान पवैया, पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा, विधायक भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री माया सिंह जैसे दिग्गज नेता भाजपा प्रत्याशी विवके शेजवलकर के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं.

ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से शहर के महापौर विवेक नारायण शेजवलकर बीजेपी की टिकट से चुनावी मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस से अशोक सिंह अपना भाग्य आजमा रहे हैं. अशोक सिंह को दिग्विजय सिंह गुट का माना जाता है, हालांकि वे शिवपुरी जाकर कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनका समर्थन मांग चुके हैं, लेकिन सिधिंया समर्थक शहर के अधिकांश नेता इन दिनों शिवपुरी गुना अशोकनगर में डेरा जमाए हुए हैं.

इन नेताओं में पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक शर्मा अर्जुन, जाटव रमा पाल, कैबिनेट मंत्री प्रदुमन तोमर और उनके भाई देवेंद्र तोमर, कैबिनेट मंत्री इमरती देवी, मंत्री लाखन सिंह शामिल हैं. आरएसएस और जिला इकाई से जुड़े कुछ ही पदाधिकारी शेजवलकर का प्रचार कर रहे हैं. यानी कुल मिलाकर कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशी बड़े नेताओं के प्रचार के बिना खुद के कद और ताकत से चुनाव लड़ रहे हैं, हालांकि नेताओं का कहना है कि उनके पार्टियों में कोई गुटबाजी नहीं है. सभी लोग एक साथ हैं और अपनी अपनी जगह काम कर रहे हैं.

ग्वालियर। ग्वालियर संसदीय सीट पर इस बार सबकी निगाहें टिकी हैं. सिंधिया परिवार के असर वाली इस सीट पर भले ही सिंधिया परिवार का कोई सदस्य चुनावी मैदान में नहीं है. इसके बावजूद कांग्रेस और बीजेपी में यहां कड़ा मुकाबला माना जा रहा है. बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने की जिम्मेदारी जिन दिग्गजों के कंधों पर है वह नेता क्षेत्र से गायब हैं.

कांग्रेस के अधिकांश नेता गुना में पार्टी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुये हैं. वहीं बीजेपी प्रत्याशी विवके शेजवलकर के पक्ष में माहौल बनाने के लिये बीजेपी के कई नेता क्षेत्र से दूरी बनाये हुये हैं. भाजपा पार्टी नेताओं की सक्रियता नहीं होने का दंश झेल रही है. उसके नेता पूर्व मंत्री जयभान पवैया, पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा, विधायक भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री माया सिंह जैसे दिग्गज नेता भाजपा प्रत्याशी विवके शेजवलकर के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं.

ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से शहर के महापौर विवेक नारायण शेजवलकर बीजेपी की टिकट से चुनावी मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस से अशोक सिंह अपना भाग्य आजमा रहे हैं. अशोक सिंह को दिग्विजय सिंह गुट का माना जाता है, हालांकि वे शिवपुरी जाकर कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनका समर्थन मांग चुके हैं, लेकिन सिधिंया समर्थक शहर के अधिकांश नेता इन दिनों शिवपुरी गुना अशोकनगर में डेरा जमाए हुए हैं.

इन नेताओं में पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक शर्मा अर्जुन, जाटव रमा पाल, कैबिनेट मंत्री प्रदुमन तोमर और उनके भाई देवेंद्र तोमर, कैबिनेट मंत्री इमरती देवी, मंत्री लाखन सिंह शामिल हैं. आरएसएस और जिला इकाई से जुड़े कुछ ही पदाधिकारी शेजवलकर का प्रचार कर रहे हैं. यानी कुल मिलाकर कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशी बड़े नेताओं के प्रचार के बिना खुद के कद और ताकत से चुनाव लड़ रहे हैं, हालांकि नेताओं का कहना है कि उनके पार्टियों में कोई गुटबाजी नहीं है. सभी लोग एक साथ हैं और अपनी अपनी जगह काम कर रहे हैं.

Intro:ग्वालियर
ग्वालियर संसदीय क्षेत्र अपने आप में बेहद प्रतिष्ठित क्षेत्र है सिंधिया परिवार के असर वाली इस सीट पर भले ही कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ रहा है लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस और भाजपा के बीच यहां कड़ा मुकाबला है। कांग्रेस के अधिकांश नेता गुना में पार्टी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव प्रचार की बागडोर संभाले हुए हैं तो वही भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने में पूर्व मंत्री सहित कई भाजपा नेता प्रचार से गायब है।


Body:ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से शहर के महापौर विवेक नारायण शेजवलकर चुनाव मैदान में है इसके अलावा कांग्रेस से अशोक सिंह अपना भाग्य आजमा रहे है ।अशोक सिंह को दिग्विजय सिंह गुट का माना जाता है। हालांकि वे शिवपुरी जाकर कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनका समर्थन मांग चुके हैं लेकिन सिधिंया समर्थक शहर के अधिकांश नेता इन दिनों शिवपुरी गुना अशोकनगर में डेरा जमाए हुए हैं। पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक शर्मा अर्जुन जाटव रमा पाल कैबिनेट मंत्री प्रदुमन तोमर और उनके भाई के भाई देवेंद्र तोमर कैबिनेट मंत्री इमरती देवी मंत्री लाखन सिंह आदि शामिल है।


Conclusion:इधर भाजपा भी पार्टी नेताओं की सक्रियता नहीं होने का दंश झेल रही है। उसके नेता पूर्व मंत्री जयभान पवैया पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह विधायक भारत सिंह कुशवाह पूर्व मंत्री माया सिंह ऐसे बड़े नाम है जो भाजपा प्रत्याशी के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं आर एस एस और जिला इकाई से जुड़े कुछ ही पदाधिकारी शेजवलकर का प्रचार कर रहे हैं। यानी कुल मिलाकर कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशी बड़े नेताओं के प्रचार के बिना खुद के कद और ताकत से चुनाव लड़ रहे हैं हालांकि नेताओं का कहना है कि उनके पार्टियों में कोई गुटबाजी नहीं है सभी लोग एक साथ हैं और अपनी अपनी जगह काम कर रहे हैं। बाइट देवेंद्र शर्मा जिला अध्यक्ष कांग्रेस ग्वालियर
बाइट राजेश सोलंकी भाजपा प्रवक्ता ग्वालियर
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