ग्वालियर। अंबेडकर महाकुंभ कार्यक्रम के दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने जोरदार हंगामा कर दिया. सीएम शिवराज सिंह चौहान का भाषण समाप्त होने के बाद सभी आशा कार्यकर्ताओं ने सीएम शिवराज सिंह चौहान का काफिला रोकने के लिए खड़ी हो गई. उसके बाद सभी आशा कार्यकर्ता सीएम शिवराज सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाने लगीं. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन इसी बीच आशा कार्यकर्ता और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर हाथापाई झड़प हुई. आशा कार्यकर्ताओं की मांग पूरी ना होने के कारण लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है.
अंबेडकर महाकुंभ: रविवार को ग्वालियर में अंबेडकर महाकुंभ का आयोजन हुआ और इस आयोजन में बीजेपी के द्वारा एक लाख से अधिक दलित वर्ग के लोगों को बुलाने का दावा किया गया. इस अंबेडकर महाकुंभ में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित ग्वालियर चंबल अंचल के सभी बीजेपी के मंत्री और नेता शामिल हुए. जब सीएम शिवराज सिंह चौहान का भाषण समाप्त हुआ तो उसके बाद सभी आशा कार्यकर्ता हैं उनके काफिले को रोकने के लिए रास्ते में आ गई और जमकर नारेबाजी करने लगी.
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन वह नहीं रुकी और लगातार वह अपने की तरफ बढ़ रही थी. उसके बाद पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की की लेकिन लगातार आशा कार्यकर्ताओं के बढ़ते विरोध को देखकर पुलिसकर्मियों ने तत्काल रस्सा डालकर उन्हें रोक दिया. थोड़ी देर बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान का काफिला आया और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गाड़ी में उतर कर उनकी मांगों को सुना और आवेदन लेकर वहां से रवाना हो गए.
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आशा कार्यकर्ताओं की मांग: आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि लगातार वह वेतन को लेकर विरोध कर रही हैं और अपनी मांगों को लेकर वह सरकार से गुहार लगा रही हैं लेकिन शिवराज सिंह चौहान लगातार उन्हें गुमराह कर रहे हैं साथ ही उनका कहना है कि इस कार्यक्रम के लिए उन्हें सुबह से बैठा कर रखा है और प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनको सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करवाएंगे लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें नहीं मिलवाया गया. उसके बाद सभी आशा कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.