ग्वालियर। नागरिकता संशोधन बिल को लेकर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के कार्यकर्ताओं ने फूल बाग से संभागीय आयुक्त कार्यालय तक एक रैली निकाली. इस दौरान बिल के विरोध में नारेबाजी भी की गई. एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं का कहना है कि बिल संविधान विरोधी है.
लोकसभा में 9 दिसंबर को नागरिकता संशोधन बिल 2019 पारित किया गया है. फिर राज्यसभआ में पास होने के बाद इस बिल को राष्ट्रपति ने मंजूरी भी दे दी है. एआईएमआईएम का कहना है कि इस बिल में संविधान के आर्टिकल 14 और 21 का उल्लंघन किया गया है.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मुसलमानों को इस बिल के जरिए दूसरे प्रकार की नागरिकता दिए जाने की आशंका है, जबकि भारतीय संविधान में सभी को समान हक और अधिकार दिए गए हैं. यह बिल भारत की गंगा जमुना तहजीब और भाईचारे को खत्म करने वाला भविष्य में साबित हो सकता है. इसलिए सरकार को इस पर पुनर्विचार की जरूरत है.