ग्वालियर। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में अब किसान नेताओं ने जिला प्रशासन से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के बंगले के बाहर आंदोलन करने की अनुमति मांगी है, लेकिन प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है.
क्यों हटाया गया धरना ?
प्रशासन ने कहा कि आंदोलनकारी अपने पुराने स्थान पर धरना जारी रख सकते हैं, जबकि किसान नेताओं का कहना है कि जब 49 दिन से उनका धरना फूलबाग चौराहे पर शांतिपूर्वक चल रहा था, तो रात के अंधेरे में उसे क्यों प्रशासन ने हटाया ?.
सामान किया जब्त
गौरतलब है कि, किसान आंदोलन के समर्थन में 4 घंटे के रेल रोको आंदोलन के दौरान धरना में शामिल रहे लोगों को प्रशासन ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. उसी दौरान फूलबाग चौराहे पर कई दिनों से जारी धरना प्रदर्शन करने वालों का सामान भी जब्त कर लिया गया था.
कृषि बिल के विरोध में सड़क पर बैठा देश का अन्नदाता
इसी को लेकर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठन सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. उन्होंने प्रशासन से नए सिरे से धरना आंदोलन करने की अनुमति मांगी है, लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्री के बंगले यानी रेसकोर्स रोड पर प्रशासन ने धरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. अब प्रशासन ने पुराने स्थान पर धरना करने की अनुमति दी है. वहीं इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को जिला कलेक्टर छुट्टी से वापस लौट आएंगे, तब इस बारे में कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा.