ग्वालियर। शहर में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल मुंबई हवाई सेवा को लेकर जमकर राजनीति हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर 19 करोड़ रुपए के फेर में ग्वालियर की हवाई सेवा बंद हो सकती है, क्योंकि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया कई बार सीआईएसएफ का पैसा देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिख चुकी है. बावजूद इसके उनका पैसा रिलीज नहीं हुआ है. ऐसे में एयरपोर्ट स्टॉफ की कमी से जूझ रहा है. इसके अलावा अब CISF को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि इस मुद्दे पर सांसद विवेक शेजवलकर लगातार पत्राचार कर रहे है, जिससे सरकार पेमेंट कर दें. वहीं कांग्रेस इसे सियासी मुद्दा बनाने में लग गई है.
एक शहर को दूसरे शहर से जोड़ने को लेकर उड़ान स्कीम के तहत ग्वालियर को नई फ्लाइट से जोड़ने की कोशिश की जा रही है, तो वहीं ग्वालियर का एयरपोर्ट स्टॉफ की कमी के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी जूझ रहा है. मसलन मध्य प्रदेश सरकार पर सुरक्षा एजेंसियों का 19 करोड़ रुपए बकाया है, जिसे लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी से लेकर सांसद विवेक शेजवलकर लगातार पत्राचार कर रहे है, लेकिन अभी तक सरकार ने पैसा रिलीज नहीं किया है. वहीं सासंद का कहना है कि सरकार पैसा रिलीज करें. इसको लेकर वह लगातार बातचीत कर रहे है.
स्टॉफ की कमी से जूझ रहा एयरपोर्ट, सरकार पर सुरक्षा एजेंसियों का 19 करोड़ रुपए बकाया
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया कई बार CISF का पैसा देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिख चुकी है, लेकिन इसके बावजूद उनका पैसा अब तक रिलीज नहीं किया गया. इसके अलावा स्टॉफ की कमी से भी एयरपोर्ट जूझ रहा है.
ग्वालियर। शहर में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल मुंबई हवाई सेवा को लेकर जमकर राजनीति हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर 19 करोड़ रुपए के फेर में ग्वालियर की हवाई सेवा बंद हो सकती है, क्योंकि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया कई बार सीआईएसएफ का पैसा देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिख चुकी है. बावजूद इसके उनका पैसा रिलीज नहीं हुआ है. ऐसे में एयरपोर्ट स्टॉफ की कमी से जूझ रहा है. इसके अलावा अब CISF को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि इस मुद्दे पर सांसद विवेक शेजवलकर लगातार पत्राचार कर रहे है, जिससे सरकार पेमेंट कर दें. वहीं कांग्रेस इसे सियासी मुद्दा बनाने में लग गई है.
एक शहर को दूसरे शहर से जोड़ने को लेकर उड़ान स्कीम के तहत ग्वालियर को नई फ्लाइट से जोड़ने की कोशिश की जा रही है, तो वहीं ग्वालियर का एयरपोर्ट स्टॉफ की कमी के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी जूझ रहा है. मसलन मध्य प्रदेश सरकार पर सुरक्षा एजेंसियों का 19 करोड़ रुपए बकाया है, जिसे लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी से लेकर सांसद विवेक शेजवलकर लगातार पत्राचार कर रहे है, लेकिन अभी तक सरकार ने पैसा रिलीज नहीं किया है. वहीं सासंद का कहना है कि सरकार पैसा रिलीज करें. इसको लेकर वह लगातार बातचीत कर रहे है.