ग्वालियर। महात्मा गांधी के 150वीं जयंती को लेकर साल भर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में ग्वालियर के सबसे बड़े कमलाराजा कन्या महाविद्यालय में गांधी जी और 21वीं सदी का भारत एवं गीता की जीवन में उपयोगिता विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया. जिसमें ग्वालियर रेंज के आईजी राजा बाबू सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि गांधीजी के विचार युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. खास बात यह है कि आईजी को सुनने के लिए विधायक प्रवीण पाठक दर्शक दीर्घा में छात्राओं के बीच बैठे दिखे.
दरअसल ग्वालियर के केआरजी कॉलेज में परिचर्चा का आयोजन किया गया था. अध्यात्म में विशेष रूचि रखने वाले ग्वालियर रेंज के आईजी राजा बाबू सिंह को इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था, जबकि अध्यक्षता के लिए विधायक प्रवीण पाठक को बुलाया गया था. वैसे तो सभी वक्ता और वरिष्ठ लोग मंच पर बैठे थे, लेकिन आईजी ने जब अपना उद्बोधन शुरू किया, तो सभी ने श्रोता की हैसियत से दर्शक दीर्घा में बैठने की शुरुआत कर दी. सबसे पहले विधायक प्रवीण पाठक ने यह कहते हुए आईजी से दर्शक दीर्घा में बैठने की अनुमति मांगी कि वे उनके आध्यात्मिक विचारों से काफी प्रभावित हैं, इसलिए वे एक दर्शक की भांति उन्हें सुनना चाहते हैं.
आईजी ने इस मौके पर कहा कि महात्मा गांधी के विचार, उनकी सादगी, सेवा-भाव, अहिंसा, स्वच्छता को लेकर समर्पण, कमजोर वर्ग के लोगों के प्रति दया का भाव ऐसे महान गुण हैं. जो किसी भी साधारण मनुष्य को महान बना सकते हैं. इसलिए खासकर युवा पीढ़ी को महात्मा गांधी के विचारों को अपने जीवन में उतारना चाहिए, इस मौके पर आईजी ने छात्राओं को गीता की प्रति भी भेंट की.