ग्वालियर। शहर के सिरोल इलाके में हुई राष्ट्रीय पक्षी मोरों की मौत की वजह अभी तक साफ नहीं हो सकी है. वन विभाग ने मोरों और कौवों की मौत होने के मामले में एक पोखर में भरे पानी के सैंपल प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे हैं है. आशंका जताई जा रही है कि प्रदूषित पानी पीने से मोरों,कौवे और टिटहरी जैसी पक्षियों की मौत हुई है.
- 15 मोर सहित कौवे, टिटहरी मृत
मंगलवार की दोपहर सिरोल इलाके के पुतली घर के नजदीक नाले के किनारे 15 मोर मरी हुई हालत में मिले थे. वन विभाग ने उनका पोस्टमार्टम कराकर उनका विसरा जांच के लिए रख लिया है. इसे जांच के लिए भोपाल की लैब में भेजा जा रहा है.वन विभाग ने दूषित पानी पीने से पक्षियों की मौत होने की आशंका जताई है.
अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से हो रही मोरों की मौत, जांच के लिए भेजा गया ग्वालियर
3 दिन में आएगी पोस्टमार्टम रिपोर्ट
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पानी और मोरों के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट 2 या 3 दिन में आ जाएगी. इसके बाद ही राष्ट्रीय पक्षी की मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा. इन दिनों ग्वालियर अंचल में भीषण गर्मी पड़ रही है. जिसके कारण पानी से भरे गड्ढे और पोखर में ये पक्षी प्यास बुझाने के लिए जाते हैं. लेकिन कई बार पानी प्रदूषित होने या विषाक्त दाना खाने से भी पशु-पक्षियों की मौत हो जाती है. फिलहाल इस मामले में वन विभाग पक्के तौर पर कुछ भी नहीं कह रहा है.