गुना। बमौरी विधानसभा सीट पर होने जा रहा उपचुनाव रोचक होने के साथ-साथ आक्रामक होता जा रहा है. इसकी शुरुआत नाम-निर्देशन पत्रों में आपंततियों से हो हो गई. शनिवार को भाजपा की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैयालाल और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार रमेश डावर के नाम-निर्देशन पत्रों पर आपत्तियां दायर की गई, जिसे लम्बी सुनवाई के बाद बमौरी रिटर्निंग ऑफिसर ने खारिज कर दिया. इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैयालाल अग्रवाल भी आक्रोश में आ गए और उन्होंने मीडिया में भाजपा प्रत्याशी महेंद्र सिंह सिसौदिया की पोल खोलने की चेतावनी दे डाली.
विवाद शनिवार दोपहर को शुरु हुआ, जब नाम-निर्देशन पत्रों की जांच को लेकर बमौरी विधानसभा से नामांकन दाखिल करने वाले कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैयालाल अग्रवाल ने नामांकन पत्र में बमौरी शब्द को बम्हौरी लिखे जाने को लेकर भाजपा ने आपत्ति दर्ज कराई थी. इसके अलावा यह भी कहा गया था कि नामांकन पत्र के शपथ पत्र में एक ही जगह हस्ताक्षर हैं, जबकि दो स्थानों पर हस्ताक्षर होने चाहिए. इसके अलावा नामांकन में उम्मीदवार की ई-मेल आईडी के स्थान पर उनके पुत्र की ई-मेल आईडी लिखे होने को भी आपत्ति का आधार बताया गया था.
इस मामले की सुनवाई करते हुए बमौरी रिटर्निंग ऑफिसर ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि बमौरी विधानसभा को लेकर अलग-अलग शब्दों का उपयोग लगातार किया जा रहा है. यह आपत्ति आधारभूत नहीं है. इसे टंकण त्रुटि भी माना गया. निर्वाचन नामावली का हवाला देते हुए रिटर्निंग ऑफिसर ने बताया कि नामावली में स्पष्ट किया गया कि यदि कोई तकनीकी त्रुटि होती है तो उसे अनदेखा किया जाए, उसके आधार पर नामांकन अस्वीकार करना गलत होगा.
रिटर्निंग ऑफिसर ने अपने निर्णय में कहा कि विधानसभा के लिए उसका क्रमांक 028 लिखना ही काफी है. बता दें कि मध्यप्रदेश में बमौरी विधानसभा का क्रमांक 028 है, जो कन्हैयालाल द्वारा इस फॉर्म में लिखा गया था. इसी के साथ रिटर्निंग ऑफिसर ने भाजपा द्वारा दायर आपत्ति को निरस्त कर दिया. आपत्ति खारिज होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा गया.