गुना। मिशन 10 के लेकर गुना कलेक्टर भास्कर लक्षकार ने ETV भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि मिशन 10 गुना को कचरा मुक्त करने का एक अभियान है. यह अभियान शासन की जो योजनाएं हैं, जो शासकीय अमला है उससे हटकर नागरिकों और विभिन्न सामाजिक संगठनों का सहयोग लेकर स्वच्छता के काम को तेजी के साथ करने का प्रयास है.
उनका कहना है कि ये देखा गया था कि पिछले 3 सालों में गुना की रैंकिंग स्वच्छता के क्षेत्र में काफी पिछड़ी है, इस समस्या को टारगेट करते हुए उन्होंने यहां निर्णय लिया है कि वे ना सिर्फ नगरपालिका की बल्कि लोगों को इसमें जोड़ते हुए स्वच्छता के अभियान को आगे बढ़ाएंगे. उनका मानना है कि जब तक लोग इसको जन आंदोलन नहीं बनाएंगे तब तक यहां आगे नहीं बढ़ पाएगा.
जन आंदोलन 50 से ज्यादा स्कूलों में क्लीन एंबेस्डर बनाया गया है. शहर में विभिन्न मोहल्ला समितियों का गठन किया गया है जो समितियां सफाई के लिए नगरपालिका पर निर्भर नहीं है बल्कि सफाई के लिए खुद भी आगे बढ़कर के काम कर रही है. अलग-अलग स्वयंसेवी संस्थाओं का भी इसमें सहयोग लिया गया है और कलेक्टर के अनुसार इसका रिजल्ट यह है कि अब हर दिन जो कचरा निकलता था, उस कचरे की मात्रा दोगुने से ज्यादा हो गई है.
साथ ही लोगों में जागरुकता भी बढ़ी है जो कचरा लोग खाली प्लॉट या दूसरी खुली जगह तक फेंक देते थे उसके बजाएं अब वह कचरा ट्रेचिंग ग्राउंड पर पहुंच रहा है. साथ ही कलेक्टर ने बताया की गुना पहली ऐसे नगर पालिका है जहां कचरे को रिसायकल किया जा रहा है.