गुना। 25 साल की युवती अपनी मां की गोद में टीकाकरण केंद्र (Vaccination Center) पर पहुंची. वैक्सीनेशन सेंटर पर हर कोई युवती के बारे में जानना चाहता था. दरअसल, कोरोना काल में जान की कीमत समझने वाली युवती नेहा पवैया ने कोरोना टीका का महत्व समझा, इसलिए दिव्यांग होने के कारण नेहा की मां उन्हें गोद में उठा कर वैक्सीनेशन सेंटर लेकर आई. मां-बेटी को देखकर वहां मौजूद सभी लोग भावुक हो गए. केंद्र पर पहुंचीं नेहा ने बताया कि हम खुद और अपने परिजनों को इतनी आसानी से नहीं खो सकते हैं, इसलिए वैक्सीन लगवाना जरूरी है.
हर कोई कर रहा मां-बेटी की तारीफ
नेहा ने अपनी मां से वैक्सीन लगवाने की बात कही थी. मां ने बिना देर करे अपनी बेटी की इच्छा तुरंत पूरी की. अपनी उम्र की परवाह किए बिना बेटी को गोद में उठाकर वह वैक्सीनेशन सेंटर की तरफ चल पड़ीं. केंद्र का संचालन करने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और यहां सेवा करने वाले जनप्रतिनिधियों के लिए भी यह क्षण गौरव भरा था. हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है. शहर के मानस भवन में इन दिनों जिस तरह वैक्सीन को लेकर उत्साह दिख रहा है, उससे केंद्र संचालित करने वालों में भी संतुष्टि दिख रही है. मानस भवन में रोजाना एक हजार से ज्यादा लोगों का Vaccination किया जा रहा है.
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वैक्सीनेशन सेंटर में युवाओं में दिख रहा उत्साह
शहर के एक दूसरे केंद्र सरस्वती शिशु मंदिर में भी रोज लगभग 300 लोग वैक्सीन लगवा रहे हैं. टीकाकरण को लेकर युवाओं में उत्साह दिख रहा है. ये उत्साह जिला प्रशासन को भी बेहतर परिणाम देने के लिए प्रेरित कर रहा है. केंद्र पर मौजूद प्रभारियों का कहना है कि युवाओं का उत्साह बताता है कि अब कोरोना का अंत दूर नहीं है. मानस भवन में 18 वर्ष से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण शुरू हुए 28 दिन हो चुके हैं. वहीं दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या भी अब बढ़ रही है. मौके पर ही पंजीयन की सुविधा से टीकाकरण को लेकर और अधिक रुझान बढ़ रहा है.