गुना। पुलिस ने युवक की हत्या करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का दावा है कि आरोपियों के बीच शराब और किसी महिला को लेकर विवाद चल रहा था. जिसके बाद बदमाशों ने युवक के सिर पर पत्थर से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. प्रभारी एसपी ने बताया कि ग्राम पुरापोसर का रहने वाला कल्ला सिंह यादव 22 नवंबर से अपने घर से लापता हो गया था. जिसके बाद 24 नवंबर को गांव से कुछ ही दूरी पर विलास की पहाड़ी पर युवक कल्ला का शव पुलिस ने बरामद किया था.
जिसके बाद कैंट थाना पुलिस ने इस मामले में तत्काल विवेचना शुरु की और 29 नवंबर को संदेह के आधार पर आरोपी रविशंकर उर्फ सोनू दुबे को हिरासत में लिया था. एसपी ने बताया कि आरोपी रवि शंकर उर्फ सोनू से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने घटना का खुलासा कर दिया. आरोपी सोनू दुबे ने पुलिस को बताया कि वह अपने दोस्तों लालू सिंह परिहार, मुकेश रजक, खड़क सिंह, फूल सिंह और मृतक कल्ला सिंह यादव एक साथ जंगल में दारु पार्टी करने गए थे.
पार्टी के दौरान शराब कम पड़ने पर खड़क सिंह द्वारा कल्ला यादव से दारु के लिए पैसे मांगे तो कल्ला ने पैसे देने से इंकार कर दिया. इसी बात को लेकर कल्ला और खड़क में जमकर कहासुनी हुई. इसी बीच खड़क सिंह ने पत्थर उठाकर कल्ला सिंह यादव के सिर में मार दिया. जिससे कल्ला की मौके पर ही मौत हो गई.
पूछताछ के दौरान पता चला है कि मृतक कल्ला और खड़क सिंह के बीच एक महिला को लेकर पहले से ही विवाद चला रहा था. जिसके कारण दोनों में रंजिश चली आ रही थी. पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी लेते हुए बाद में मुकेश रजक, खड़क सिंह सेन को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि एक अन्य आरोपी फूल सिंह पहले ही आत्महत्या कर चुका है. आरोपियों को सोमवार को ही न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है. प्रभारी एसपी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से वारदात के दौरान इस्तेमाल की गई. मोटरसाइकिल सहित अन्य सामान भी जब्त किया है. जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है.
पुलिस का दावा, आत्मगिलानी में की फूल सिंह ने आत्महत्या
एसपी आलोक कुमार सिंह ने दावा किया है कि वारदात में शामिल फूल सिंह ने इस मामले में आत्मगिलानी के चलते आत्महत्या कर ली है. दरअसल 25 नवंबर को फूल सिंह का शव ग्राम पुरापोसर में ही मिला था. जिसने अपने घर के सामने पेड़ पर लटककर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस के मुताबिक मृतक कल्ला सिंह यादव, फूल सिंह की मोटरसाइकिल पर बैठकर पहाड़ी पर गया था, इसलिए फूल सिंह को ग्लानि महसूस हुई और उसने मौत को गले लगा लिया.