डिंडौरी। नरेंद्र मोदी सरकार के आदिवासी कद्दावर नेता एवं केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते अपने एक दिवसीय डिंडौरी जिले के प्रवास पर रहे. डिंडौरी दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि कोरोना काल के दौरान सरकार की पहली मंशा जिले के मजदूरों को काम देने की है, फिर चाहे वह कृषि में हो या मनरेगा में.
एमपी में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों का बंटवारा नहीं होने पर कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कहने पर थोड़ी न विभागों का बंटवारा किया जाएगा. विभागों के बंटवारे का फैसला सीएम शिवराज को करना है. हमने 15 महीने कांग्रेस को काम करने का मौका दिया, लेकिन वह फेल रही.
डिंडौरी जिले के दौरे के दौरान सबसे पहले केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सक्का रेस्ट हाउस पहुंचे, जहां क्षेत्रीय ग्रामीणों को कोरोना से बचने मास्क लगाने की बात कही. इसके बाद केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री ने अमरपुर जनपद कार्यालय पहुंचकर जनपद स्तर के अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में डिंडौरी कलेक्टर बी कार्तिकेयन, एसपी डिंडौरी संजय सिंह, सहित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में मनरेगा कार्यो की समीक्षा करते हुए ग्रामीणों को अधिक काम देने के आदेश केंद्रीय मंत्री ने दिए.
अमरपुर जनपद के बाद केंद्रीय मंत्री समनापुर रवाना हुए, जहां समनापुर जनपद में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. समीक्षा बैठक के बाद केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि सरकार की पहली मंशा कोरोना काल मे वापस लौटे मजदूरों को काम देने की है.
कोरोना से बचने के लिए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोगों को इस दौरान मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए अपने परिवार और क्षेत्र के लोगों को बचाना है. उप चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस में मुकाबले के सवाल पर कुलस्ते ने मजाकिया तौर पर मीडिया से कहा कि अनूपपुर जिले की उन्हें जिम्मेदारी मिली है, देख लेना.