डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले के शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील योजना का संचालन जिस तरह से हो रहा है उसका अंदाजा कनेरी गांव के सरकारी स्कूलों की तस्वीरों को देखकर लगाया जा सकता है. कनेरी गांव के इस सरकारी स्कूल में बच्चों को मिड डे मील योजना के तहत भोजन तो दिया जाता है लेकिन स्कूल में थाली नहीं होने की वजह से बच्चों को रोज अपने बैग में किताबों के साथ घर से थाली लेकर आना पड़ता है. साथ ही भोजन करने के बाद बच्चे अपनी थालियों को खुद धोते हैं.
अब स्कूल के हेड मास्टर बी.एल.मार्को कहते हैं कि जिसमें वो बड़ी मासूमियत से बता रहे हैं कि स्कूल में बजट का अभाव है, इसलिये वो थाली नहीं खरीद पा रहे हैं इतना ही नहीं अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए हेड मास्टर बच्चों की तारीफ करते नजर आ रहे हैं.
सरकारी स्कूलों में व्याप्त अव्यवस्थाओं से अंजान इलाके के विधायक भूपेंद्र मरावी कैमरे के सामने उचित कार्ईवाई का आश्वासन देकर अपनी जवाबदारियों से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं वहीं कलेक्टर बी.कार्तिकेयन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्कूल का निरीक्षण किया और स्कूल में थाली और बर्तन मुहैया कराने का भरोसा जताया है.
उनके निरीक्षण के बाद जब ईटीवी भारत संवाददाता स्कूल के सामने दोबारा पहुंचे तो तस्वीरें चौंकाने वाली थे.जहां बच्चे खुद अपनी थाली धो रहे थे.