डिंडौरी। कलेक्टर बनना हर व्यक्ति का सपना होता है. कुछ युवा इस सपने को पूरा करने का प्रयास करते हैं, कुछ कामयाब होते हैं तो कुछ नाकामयाब. सभी का यह सपना पूरा हो ऐसा कम ही देखने को मिलता है. डिंडौरी में कक्षा 9 में अध्ययनरत छात्र रूद्रप्रताप को एक दिन का कलेक्टर बनने का मौका मिला. सोमवार को कलेक्टर विकास मिश्रा स्वयं छात्र रूद्रप्रताप को कलेक्टर की कुर्सी पर बैठाया और कलेक्ट्रेट के कार्यों के बारे में बताया.
कार्यालयों का कराया निरीक्षण: रुद्र के परिजन रुद्र को कलेक्टर की कुर्सी पर बैठा देख धन्य हो गए. कलेक्टर विकास मिश्रा द्वारा छात्र को अपनी कुर्सी में बैठाते हुए कामकाज के बारे में बताया गया. छात्र को यह भी समझाया गया कि, कलेक्टर को किस तरह प्रशासनिक कार्यों को करना पड़ता है. इस दौरान छात्र के माता-पिता सहित अन्य परिजन भी मौजूद थे. छात्र को कलेक्ट्रेट कार्यालय के अलग-अलग कार्यालयों का भी निरीक्षण कराया गया. कलेक्टर की कुर्सी में बैठने के साथ कार्यालय के भ्रमण के दौरान छात्र के मन में उत्साह दिखा.
छात्र की प्रतिभा के मुरीद हुए कलेक्टर: छात्र को कलेक्टर के वाहन में कलेक्टर की सीट में बैठाकर भ्रमण भी कराया गया. रुद्रप्रताप के पिता अखिलेश झरिया जो एक शासकीय स्कूल में शिक्षक हैं. उन्होंने बताया कि रुद्रप्रताप का पढ़ाई के साथ ही सपना है कि वह कलेक्टर बनें. छात्र की प्रतिभा को देखते हुए और उसके सपने को कलेक्टर विकास मिश्रा ने पूर्ण किया. जिसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं. उसके सपने को पूरा करने में कलेक्टर साहब ने पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया है