डिंडौरी। डिंडौरी के बंशीलाल मडहोत्रा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. बात अगर सफल खेती की करें या कोविड-19 के दौरान हरी सब्जियां रोजाना फ्री बांटने की, सभी कार्य में बंशीलाल अव्वल रहे हैं. कोरोना काल की तमाम उलझनों के दौरान किस तरह से हालात का सामना बंशीलाल ने किया है, उन्हीं सब विषयों को लेकर ईटीवी भारत ने उनसे खास बात की.
किसान बंशीलाल मडहोत्रा मिसाल बनकर उभरे हैं. कोरोना काल के शुरुआती समय में डिंडोरी जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है. कोरोना काल के शुरुआती दौर में जब सभी अपने- अपने घर के अंदर रहे, तब बंशीलाल ने अपने बजाग क्षेत्र व डिंडौरी जिला के लिए सब्जी उत्पादन कर न सिर्फ आमजनों तक सब्जी पहुंचाई, बल्कि सब्जियों के बढ़ते मूल्य पर भी लगाम लगाने में मदद की.
बंशीलाल ने खास बातचीत में बताया कि, कोरोना के शुरुआती दौर में उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. अपने मजदूरों को कोविड-19 के नियमों का पालन करवाते हुए 40 एकड़ में टमाटर और 40 एकड़ में करेला, लौकी का उत्पादन कर अपने क्षेत्र सहित पूरे जिले में नि:शुल्क 10 से 20 क्विंटल वितरण किया. मजदूरों के लिए एक मात्र सहारा रहे बंसीलाल के साथ कार्य करने वाली महिला मजदूर बताती हैं कि, कोरोना काल के शुरुआती समय में उनके खाने के लाले पड़ गए थे, लेकिन किसान बंशीलाल ने उन्हें सब तरह से मदद कर उनकी हौसला अफजाई की.