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डेढ साल से बहिष्कार का दंश झेल रहा है ये परिवार, सरकार से लगाई न्याय की गुहार

आदिवासी जिले डिंडौरी के नएगांव में कथित समाज के हुक्मरानों ने एक परिवार का तकरीबन डेढ़ साल से गांव से बहिष्कार कर हुक्का पानी बंद किया हुआ है. इतने लंबे वक्त से परेशानी झेल रहा परिवार ने अब सरकार से न्याय की गुहार लगाई है.

पीड़ित परिवार ने सरकार से लगाई गुहा
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Published : Jun 16, 2019, 12:36 PM IST


डिंडौरी। कथित समाज के ठेकेदारों ने परिवार को गांव से बहिष्कार कर उसका तकरीबन डेढ साल से हुक्का पानी बंद किया हुआ है. जिसके चलते परिवार इतने लंबे वक्त से परेशानियों से जूझ रहा है. आलम ये है कि गांव का कोई भी व्यक्ति परिवार के किसी भी सदस्य से बात नहीं करता है और परिवार को डायन के ताने दिये जाते हैं. वहीं पीड़ित परिवार ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है.

पीड़ित परिवार ने सरकार से लगाई गुहार

इतना ही नहीं हुक्मरानों ने ग्रामवासियों को आदेश दिया हुआ है कि अगर इस परिवार के किसी भी सदस्य से गांव का कोई भी सदस्य अगर बातचीत करता है या फिर उसके पारिवारिक कार्यक्रम में जाता है. तो उसे समाज से पानी हुक्का पानी बंद कर दिया जाएगा. जिसके चलते डर की वजह से कोई भी लोग इस परिवार से बात तक नहीं करता है.

मामले में जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्याम कुमार सिंगौर का कहना है कि जल्द ग्रामीणों को समझाइश दी जाएगी कि वो पीड़ित परिवार के साथ दुर्व्यहार न करे नहीं तो आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

क्या था पूरा मामला ?
⦁ मामला 7 फरवरी 2018 डिंडौरी कोतवाली क्षेत्र के नएगांव का है.
⦁ पीड़ित के छोटे भाई की बेटी की मौत कुएं में डूबने से हुई थी.
⦁ गांववालों ने बच्ची की मौत का जिम्मेदार घर के बड़े भाई की पत्नी को ही जिम्मेदार ठहराया था.
⦁ ग्रामीणों ने पीड़ित महिला पर डायर का आरोप लगाया था.
⦁ कथित समाज के ठेकेदारों ने पीड़ित महिला के खिलाफ थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी .
⦁ जिसकी पेशी कर पीड़ित परिवार आज भी परेशान हो रहा है.
⦁ डेढ साल से समाज की उपेक्षा और पेशी झेलकर पीड़ित परिवार की आर्थिक हालत खराब हो चुकी है.
⦁ गांव में भी उन्हें किसी भी तरह का काम नहीं दिया जा रहा है.


डिंडौरी। कथित समाज के ठेकेदारों ने परिवार को गांव से बहिष्कार कर उसका तकरीबन डेढ साल से हुक्का पानी बंद किया हुआ है. जिसके चलते परिवार इतने लंबे वक्त से परेशानियों से जूझ रहा है. आलम ये है कि गांव का कोई भी व्यक्ति परिवार के किसी भी सदस्य से बात नहीं करता है और परिवार को डायन के ताने दिये जाते हैं. वहीं पीड़ित परिवार ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है.

पीड़ित परिवार ने सरकार से लगाई गुहार

इतना ही नहीं हुक्मरानों ने ग्रामवासियों को आदेश दिया हुआ है कि अगर इस परिवार के किसी भी सदस्य से गांव का कोई भी सदस्य अगर बातचीत करता है या फिर उसके पारिवारिक कार्यक्रम में जाता है. तो उसे समाज से पानी हुक्का पानी बंद कर दिया जाएगा. जिसके चलते डर की वजह से कोई भी लोग इस परिवार से बात तक नहीं करता है.

मामले में जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्याम कुमार सिंगौर का कहना है कि जल्द ग्रामीणों को समझाइश दी जाएगी कि वो पीड़ित परिवार के साथ दुर्व्यहार न करे नहीं तो आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

क्या था पूरा मामला ?
⦁ मामला 7 फरवरी 2018 डिंडौरी कोतवाली क्षेत्र के नएगांव का है.
⦁ पीड़ित के छोटे भाई की बेटी की मौत कुएं में डूबने से हुई थी.
⦁ गांववालों ने बच्ची की मौत का जिम्मेदार घर के बड़े भाई की पत्नी को ही जिम्मेदार ठहराया था.
⦁ ग्रामीणों ने पीड़ित महिला पर डायर का आरोप लगाया था.
⦁ कथित समाज के ठेकेदारों ने पीड़ित महिला के खिलाफ थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी .
⦁ जिसकी पेशी कर पीड़ित परिवार आज भी परेशान हो रहा है.
⦁ डेढ साल से समाज की उपेक्षा और पेशी झेलकर पीड़ित परिवार की आर्थिक हालत खराब हो चुकी है.
⦁ गांव में भी उन्हें किसी भी तरह का काम नहीं दिया जा रहा है.

Intro:एंकर _ आदिवासी जिला डिंडौरी में एक पंचायत में विगत डेढ़ वर्ष से कथित समाज के ठेकेदारों ने एक परिवार को बहिष्कृत कर उसका गाँव से हुक्का पानी बंद कर दिया है।जिसके चलते परिवार विगत डेढ़ वर्षो से परेशानियों से जूझ रहा है। गांव का कोई भी व्यक्ति परिवार के किसी भी सदस्य से बात नहीं करता । सभी ग्राम वासियों को हुक्मरानों ने अपना आदेश सुना दिया है परिवार के किसी भी सदस्य से गांव का कोई भी सदस्य अगर बातचीत करता है या फिर उसके पारिवारिक कार्यक्रम में जाता है तो उसे समाज से पानी हुक्का पानी बंद कर दिया जाएगा वहीं पीड़ित परिवार ने सरकार से मांग की है कि उसे न्याय दिलवाया जाए।


Body:वि ओ 01 दरअसल ये पूरा मामला डिंडौरी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत पौड़ी के नएगांव का है जहां के रहने वाले उजीन नागेश के छोटे भाई की बेटी की मौत कुएं में डूबने से हुई थी जिसका आरोप उजीन नागेश की पत्नी गायत्री पर लगाया गया यह कहकर यह शोधन और डायन है जिसने उसकी बच्ची का खून पीकर उसे मार डाला है । यही नहीं आरोप के साथ साथ समाज के कथित ठेकेदारों ने उजीन की पत्नी गायत्री के खिलाफ कोतवाली थाना में मामले की शिकायत भी की थी ।समाज के कथित ठेकेदारों ने डिंडौरी कोतवाली में दबाव बनाकर मामला भी दर्ज करवाया था जिसकी पेशी कर उजीन नागेश आज भी परेशान हो रहा है।डेढ़ वर्ष से समाज की उलाहना और पेशी झेल नागेश परिवार की आर्थिक हालत खराब हो चुकी है।वही अब गाँव मे उन्हें किसी भी तरह का काम भी नही दिया जा रहा।

यह था मामला _ विगत वर्ष 7 फरवरी 2018 को उजीन नागेश के छोटे भाई अजय नागेश की पुत्री आरती नागेश 4 वर्ष की मृत्यु कुएं में डूबने से हुई थी । मासूम की हत्या की आशंका गायत्री बाई पर ग्रामीणों सहित मृतक बच्ची के परिजनों ने जाहिर की थी। जिस पर पुलिस ने मामले को अपने संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर 4 वर्ष की मासूम का पीएम जिला चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर के द्वारा कराया था जिसकी पीएम रिपोर्ट में उल्लेख किया गया था कि 4 वर्षीय मासूम की मौत कुएं में डूबने के कारण हुई थी । लेकिन ग्रामीण और मृतिका आरती नागेश के परिजन आज भी मौत का जिम्मेदार गायत्री बाई नागेश को मानते हैं और उसे डायन सोधन समझते है।

सोधन डायन का देते है ताना _ कोड़ी पंचायत के नए गांव के ग्रामीण और कुछ कथित समाज के ठेकेदार गायत्री बाई को आज भी शोधन और डायन मानकर उसे समाज से नासिर बहिष्कृत किया बल्कि साझा चूल्हा मध्यान भोजन काम से भी हटवा दिया। गायत्री बाई के पास अब तूने रोजगार है और ना ही किसी प्रकार का काम जिसके चलते उसे अपने बच्चों के पालन-पोषण में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है गायत्री बाई की 6 बच्चियां हैं जिनमें से 3 की शादी हो चुकी है और तीन अभी भी कुंवारी है गायत्री बाई को चिंता है कि कथित समाज के ठेकेदारों से विस्तृत किए जाने के बाद उनकी बच्चियों की शादी कैसे होगी रात्रि भाई का आरोप है कि उनके घरों में ना समाज की कोई व्यक्ति आते हैं और ना ही समाज उन्हें अपने किसी कार्यक्रम में आमंत्रित करता है यही नहीं गांव से जब उनकी बच्चियां स्कूल की ओर निकलती है तो शोधन डायन की बच्चियां मानकर ग्रामीण उनकी बच्चों से अपने बच्चों को दूर रखते हैं।

न्याय की आस _ उजीन नागेश और उसकी पत्नी ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है ।वही मामले में जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्याम कुमार सिंगौर का कहना जल्द उस गाँव जाकर ग्रामीणों को समझाइश दी जाएगी ।अगर फिर भी नही मानते है तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।


Conclusion:बाइट 1 गायत्री नागेश,पीढित महिला
बाइट 2 उजीन नागेश,पीढित महिला पति
बाइट 3 श्याम कुमार सिंगौर, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी,डिंडौरी
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