डिंडौरी। सावन के आखिरी सोमवार ने धर्म के नाम पर बनी खाईं को भर दिया है क्योंकि इसी दिन ईद उल अजहा भी मनाया गया, बकरीद और सावन का सोमवार एक दिन पड़ने से स्थानीय लोगों ने गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की. यहां हिंदुओं ने बकरीद की बधाई दी, जबकि मुसलमानों ने कांवड़ियों का फूल बरसाकर स्वागत किया. साथ ही दोनों समुदायों ने सुख-शांति और अमन-चैन बनाये रखने की बात कही.
डिंडौरी में मुस्लिम भाइयों ने ईदगाह में नमाज अदा किये, जहां हिन्दू भाई उन्हें शुभकामनाएं देने पहुंचे. वहीं हिंदूओं की कावड़ यात्रा का मुस्लिम भाइयों ने बैंड-बाजे के साथ स्वागत कर भारत माता चौक पर फूलों की बारिश की. इस नजारे को देख हर किसी ने तारीफ की और अपने मोबाइल में कैद किया.
यही नहीं बैंड की धुन पर हिन्दू और मुसलमान थिरकते नजर आए, हिंदुओं ने नर्मदा घाट से नर्मदा का जल लेकर कांवड़ यात्रा निकाली. जो नगर से होती हुई कुकर्रामठ गांव ऋणमुक्तेश्वर मंदिर पहुंची और भोलेनाथ की शिवलिंग पर जलाभिषेक किया तो वहीं ईद की नमाज के लिए मुस्लिम समाज के लोगों ने ईदगाह पहुंचकर अमन-चैन के लिए नमाज अदा की.