डिंडौरी। नर्मदा को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए मीट मार्केट को शहर से दूर डेढ़ साल पहले बनाया गया था, लेकिन फाइल कलेक्टर के पास होने से दुकानों का आवंटन रुका हुआ है. वहीं मीट कारोबारियों का कहना है कि, जो नया मीट मार्केट बनाया गया है वो शहर से बहुत दूर है, जिससे उनका व्यवसाय प्रभावित हो सकता है.
नगर के मध्य सबसे व्यस्ततम इलाका है बस स्टैंड, जहां बीते कई वर्षों से मीट की दुकानें संचालित हो रही हैं. इन दुकानों से निकलने वाला अपशिष्ट पदार्थ नाले के जरिये नर्मदा में सीधा समाहित हो रहा है, जिसके चलते नगर के लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं. इसी के चलते शहर में संचालित होने वाली मीट दुकानों के लिए शहर के बायपास में लगभग 10 लाख रुपये की लागत से एक मीट मार्केट तैयार किया गया है, लेकिन दुकान का आवंटन पिछले डेढ़ साल से रुका हुआ है.
मीट मार्केट की दुकानों का आवंटन रुकने का कारण जानने पर पता चला की, इसकी फाइल जिला कलेक्टर के पास धूल फांक रही है, जिस पर जिला कलेक्टर के द्वारा अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया. बहरहाल मामले पर कांग्रेस के पार्षद सैफी खान और नगर परिषद अध्यक्ष का कहना है कि, जल्द ही कलेक्टर से दोबारा चर्चा कर मीट मार्केट को व्यवस्थित किया जाएगा, जिससे नर्मदा प्रदूषित नहीं होंगी.