धार। हम इंसानों ने अपनी धरती की हालत काफी खराब कर दी है, लेकिन हमारे बीच में ही कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने चैन और आराम को भुलाकर धरती को बचाने में जुटे हुए हैं और निस्वार्थ भाव से पर्यावरण की सेवा में लगे हैं. ऐसे ही एक पर्यावरण प्रेमी हैं धार जिले के धरमपुरी में रहने वाले सुधीर शर्मा जो, रोजाना नर्मदा तटों पहुंचते हैं और निशुल्क साफ-सफाई करते हैं. पर्यावरण के प्रति इनकी जागरुकता को कई लोगों ने सराहा और उन्हीं की तरह नर्मदा के सेवा करने लग गए.
नर्मदा भक्त और पर्यावरण प्रेमी सुधीर शर्मा प्रतिदिन नर्मदा स्नान से पहले नर्मदा तट की साफ-सफाई के साथ में नर्मदा तट पर स्थित मंदिर और परिसर की साफ सफाई करते हैं, वहां झाड़ू लगाते हैं, इसके साथ ही साथ मंदिर और नर्मदा तट पर फैली गंदगी को भी साफ करते हैं. वे रोजाना मंदिर परिसर और नर्मदा तट के आसपास से पॉलिथीन, नारियल के छिलके और अन्य कचरे हाथों से उठा कर उसे नष्ट करने का काम करते हैं. इसके साथ ही साथ वह नर्मदा में फैली गंदगी को भी साफ करते हैं.
सुधीर शर्मा जलीय जीवों से भी विशेष प्रेम रखते हैं, इसीलिए वह नर्मदा में सफाई करने के बाद रोजाना उन्हें आटा और चना खिलाते हैं. सुधीर शर्मा का कहना है कि वह नर्मदा में फैल रही गंदगी को देख नहीं पाते इसीलिए उन्होंने नर्मदा नदी को स्वच्छ रखने का बीड़ा उठाया है.
सुधीर शर्मा की इस प्रेरणादाई काम के चलते उन्हें विश्व पर्यावरण दिवस पर मध्यप्रदेश शासन के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ में कई अन्य मंचों से सम्मानित भी किया जा चुका है, उनके इस सरहानीय काम को देखते हुए कई लोग उनके उनसे प्रेरित भी हुए हैं और उनके साथ जुड़कर उनके इस काम में उनका सहयोग करते हैं. सुधीर शर्मा का मानना है कि नर्मदा का जल पर्यावरण का अभिन्न अंग है. यदि नर्मदा नदी स्वच्छ रहेगी तो हमें निर्मल जल पीने को मिलेगा.