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कमलनाथ सरकार की युवा स्वाभिमान योजना हुई फेल, सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे युवा

धार में कमलनाथ सरकार की युवा स्वाभिमान योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले बेरोजगार युवाओं को कोई ट्रेनिंग नहीं मिली, ना ही रोजगार मिला है. युवक-युवतियों मानदेय के लिए भी सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं.

युवा स्वाभिमान योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले बेरोजगार युवाओं को नहीं मिला रोजगार
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Published : Oct 6, 2019, 10:50 AM IST

Updated : Oct 6, 2019, 11:18 AM IST

धार। कमलनाथ सरकार ने मध्यप्रदेश के शहरी बेरोजगार युवाओं के लिए युवा स्वाभिमान योजना की शुरुआत की थी. इस योजना में साल में युवाओं को 100 दिन का रोजगार सुनिश्चित किया गया था. लेकिन युवा स्वाभिमान योजना अंतर्गत रजिस्ट्रेशन कराने वाले युवाओं को कोई ट्रेनिंग नहीं मिली, ना ही रोजगार मिला. अब बेरोजगार युवाओं को मानदेय के लिए भी सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.

युवा स्वाभिमान योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले बेरोजगार युवाओं को नहीं मिला रोजगार

मनावर में युवा स्वाभिमान योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले बेरोजगार युवाओं से कहा गया कि इस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें शहरी क्षेत्र की नगर पालिका या नगर परिषद में भी उपस्थित होकर अटेंडेंस दर्ज कराना होगा. साथ ही 10 दिन का कार्य नगर परिषद में भी करना होगा. इस तरह प्रशिक्षण संस्था और नगर पालिका या नगर परिषद में युवक-युवतियों की उपस्थिति आपस में जोड़ी जाएगी. जिसके बाद ही युवक-युवतियों को सीएम कमलनाथ की युवा स्वाभिमान योजना के का मानदेय का लाभ दिया जाएगा.

धार। कमलनाथ सरकार ने मध्यप्रदेश के शहरी बेरोजगार युवाओं के लिए युवा स्वाभिमान योजना की शुरुआत की थी. इस योजना में साल में युवाओं को 100 दिन का रोजगार सुनिश्चित किया गया था. लेकिन युवा स्वाभिमान योजना अंतर्गत रजिस्ट्रेशन कराने वाले युवाओं को कोई ट्रेनिंग नहीं मिली, ना ही रोजगार मिला. अब बेरोजगार युवाओं को मानदेय के लिए भी सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.

युवा स्वाभिमान योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले बेरोजगार युवाओं को नहीं मिला रोजगार

मनावर में युवा स्वाभिमान योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले बेरोजगार युवाओं से कहा गया कि इस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें शहरी क्षेत्र की नगर पालिका या नगर परिषद में भी उपस्थित होकर अटेंडेंस दर्ज कराना होगा. साथ ही 10 दिन का कार्य नगर परिषद में भी करना होगा. इस तरह प्रशिक्षण संस्था और नगर पालिका या नगर परिषद में युवक-युवतियों की उपस्थिति आपस में जोड़ी जाएगी. जिसके बाद ही युवक-युवतियों को सीएम कमलनाथ की युवा स्वाभिमान योजना के का मानदेय का लाभ दिया जाएगा.

Intro:मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना अंतर्गत रजिस्ट्रेशन कराने वाले युवाओं को नहीं मिली ट्रेनिंग, नहीं मिला रोजगार ओर मानदेह, अब बेरोजगार युवाओ को मानदेय के लिए भी काटने पड़ रहे हैं सरकारी कार्यालयों के चक्कर ,बेरोजगार युवा हो रहे परेशान


Body:मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के शहरी बेरोजगार युवक-युवतियों को साल में 100 दिन का रोजगार सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना की शुरुआत 22 फरवरी 2019 भोपाल के लाल परेड ग्राउंड से करि थी, इस योजना के माध्यम से मध्यप्रदेश के शहरी बेरोजगार 21से 30 वर्ष की आयू समूह के युवा-युवतियों को साल में 100 दिन का रोजगार सुनिश्चित करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी इस योजना के अंतर्गत लाभ लेने वाले छात्र-छात्राओं को 4 हजार रुपये महीने के हिसाब से 3 महीने के 13 हजार 500 रुपय मानदेय देने का भी सुनिश्चित किया गया था, इस योजना के अंतर्गत धार जिले मनावर विधानसभा के शहरी क्षेत्र के बेरोजगार युवा-युवतियों ने बड़ी संख्या में अपना रजिस्ट्रेशन करवा कर इस योजना का लाभ लेना चाहता पर इस योजना में युवाओ के साथ में छलावा हुआ, युवक और युवतियों को ना तो इस योजना के माध्यम से उचित प्रशिक्षण मिला और ना ही इस योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले मानदेय का लाभ मिला, अब युवक-युवतीया इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले प्रशिक्षण और मानदेय है के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर है,

100 दिन का प्रशिक्षण और 10 दिन का नगर पालिका में प्रैक्टिकल करने पर मिलेगा मानदेय

मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत 100 दिन का प्रशिक्षण संस्थाओं द्वारा युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन कराने वाले बेरोजगार युवक-युवतियों को दिया जाएगा इस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें शहरी क्षेत्र की नगर पालिका या नगर परिषद में भी उपस्थित होकर अटेंडेंस दर्ज करानी होगी साथ ही 10 दिन का कार्य उन्हें वहां पर भी करना होगा इस तरह प्रशिक्षण संस्था एवं नगर पालिका या नगर परिषद में युवक-युवतियों की उपस्थिति आपस में जोड़ी जाएगी उसके उपरांत ही उन युवक-युवतियों को मुख्यमंत्री स्वाभिमान योजना के अंतर्गत मिलने वाले मानदेय का लाभ दिया जाएगा

बेरोजगार युवा और युवतिया पहुंची नगर पालिका परिषद अधिकारी के सामने मानदेय की लगाई गुहार,

मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत धार जिले कि मनावर विधानसभा के शहरी क्षेत्र के 120 युवक युक्तियां मनावर नगर पालिका परिषद के सी.एम.ओ के पास पहुंची और मानदेय है कि मांग करने लगी, और बताया कि हमने मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत नगर पालिका परिषद मनावर एवं मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के लिए ऑनलाइन पंजीयन कराया था पंजीयन के माध्यम से एंबुलेंट प्रशिक्षण संस्था द्वारा हमें फोन लगाकर बुलाया गया और 100 दिन का प्रशिक्षण दिया गया और जब हमने संस्था से इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले मानदेय की मांग करी तो उन्होंने हमें नगर पालिका परिषद मनावर भेजा ,जब हम मानदेय के लिए नगर परिषद मनावर में गए तो नगर पालिका परिषद के सी.एम.ओ ने मानदेय देने से मना कर दिया और बताया कि इस योजना के अंतर्गत आपको नगर पालिका मैं भी 10 दिन का कार्य करना था और यहां पर भी आपकी उपस्थिति दर्ज करानी थी, जब प्रशिक्षण और नगर पालिका में दर्द होने वाली उपस्थिति सम्मिलित होगी तभी आपको इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले मानदेय है का लाभ मिलेगा,चुकी आपने 100 दिन का प्रशिक्षण ही प्राप्त किया है नगरपालिका में आपने किसी भी तरह का का कोई कार्य प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया है इसलिए आपको इस योजना का फायदा नहीं मिलेगा, नहीं आप को प्रशिक्षण देने वाली संस्था एंबुलेंट ने युवक युवतीयो को अपनी संस्था में प्रशिक्षणसंबंधित देने की कोई भी जानकारी नगर पालिका परिषद में नहीं दी।

मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना की सही जानकारी नहीं होने से बेरोजगार युवक युवती परेशान

मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाकर प्रशिक्षण पाने वाले 120 युवक और युवतियां इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले मानदेय के लिए नगर पालिका परिषद मनावर पहुंचे तो उन्हें मानदेय देने से मना कर दिया गया तब इस मामले से पर्दा उठा और परिस्थिति सामने आई कि मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद बेरोजगार युवक-युवतियों के पास में मनावर में एंबुलेट प्रशिक्षण संस्था की ओर से फोन आया और उन्हें इस योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण दिए जाने की बात की गई जिसके बाद युवक-युवतियों ने उस संस्था में 100 दिन का प्रशिक्षण प्राप्त किया और जब युवाओ ने संस्था से मानदेय की मांग करी तो उन्होंने उन्हें नगर परिषद मनावर में भेज दिया,वही नगर परिषद द्वारा युवक-युवतियों को मानदेय देने से मना कर दिया गया , मनावर नगर परिषद के सी.एम.ओ कैलाशचंद कर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत मनावर में प्रशिक्षण देने वाली संस्था एंबुलेंट के द्वारा नगर परिषद से किसी भी तरह का का लेखा-जोखा मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण देने का नहीं दिया है ओर ना ही उनके द्वारा प्रशिक्षण की अटेंडेंस संबंधित दस्तावेज पेश किए गए, जिसके चलते मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना अंतर्गत मनावर की एंबुलेंट द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवक-युवतियों को नगर परिषद द्वारा मानदेय नहीं दिया जा रहा है, वहीं मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत मनावर में युवक युवतियों को प्रशिक्षण देने वाली संस्था एंबुलेंट के संचालक चिराग ने बताया कि हमने युवाओ को मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया और उनकी अटेंडेंस हमारी संस्था ने लगवाई परंतु मनावर नगर पालिका परिषद द्वारा उनके अटेंडेंस नहीं ली जा रही है ना ही उन्हें 10 दिन का ट्रेनिंग पीरियड पूरा कराया जा रहा है जिसके चलते उनका मानदेय उन्हें नहीं मिल पा रहा है वही मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत मनावर के बेरोजगार युवक-युवतियों की मानें तो उन्होंने युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाया जिसके बाद उनके पास एंबुलेट प्रशिक्षण संस्था कि ओर से युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग सेंटर का फोन आया जिसके तहत युवा स्वाभिमान योजना की ट्रेनिंग सेंटर पर जाकर ट्रेनिंग प्राप्त करी, एंबुलेंट प्रशिक्षण संस्था द्वारा ट्रेनिंग भी सही तरीके से नहीं दी गई, वही जब हमने मानदेय है कि मांग करी तो अब मानदेय के लिए हमें नगर पालिका परिषद मनावर के चक्कर कटवा रहे हैं इस तरह युवा स्वाभिमान योजना के तहत बेरोजगार युवक युवतीया प्रशिक्षण और इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले मानदेय के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं वही जिम्मेदार अधिकारी और ट्रेनिंग देने वाली संस्था शासन के नियमों का हवाला देकर अपना अपना पक्ष रख इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ रही है है इस बीच बेरोजगार युवक-युवतीया 3 महीने के आधे अधूरे प्रशिक्षण और युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत मिलने वाले मानदेय के लिए परेशान हो रहे हैं इस तरह मुख्यमंत्री कमलनाथ की मध्यप्रदेश के शहरी बेरोजगार युवाओं को 100 दिन का सुनिश्चित रोजगार देने वाली योजना बेरोजगार युवक-युवतियों की निराधार साबित होकर परेशानी का कारण बन रही है।



Conclusion:बाइट-01-भाग्यश्री - बेरोजगार युवती

बाइट-02- चिराग घोंसला- एंबुलेंम प्रशिक्षण संस्था भोपाल

बाइट-03- कैलाशचंद कर्मा- सी.एम.ओ-नगर परिषद मनावर
Last Updated : Oct 6, 2019, 11:18 AM IST

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