धार/मनावर। शिक्षा के नाम पर सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, तो वहीं माता-पिता अपने बच्चों को पैसों की लालच में मजदूरी करने पर मजबूर कर रहे है. ऐसा ही मामला मनावर थाना क्षेत्र से आया है, जिसमें चाइल्ड हेल्पलाइन और महिला बाल संरक्षण बाल श्रमिक विभाग धार ने दो पिकअप वाहनों को पकड़ा है. जिनमें 57 बाल मजदूर पाए गए है.
कॉपी-पेंसिल के अभाव में मजदूरी को मजबूर
बाल मजदूरों को चाइल्ड हेल्प लाइन व महिला बाल संरक्षण बाल श्रमिक विभाग में बच्चों को पढ़ाई करने की समझाइश दी गई. जिसमें 15 बच्चे कॉपी-पेंसिल के अभाव में मजदूरी करने पर मजबूर थे. जिन्हें मां हरसिद्धि मानव सेवा संस्थान सिंघाना द्वारा कॉपी, पेंसिल, कंपास बॉक्स देकर सभी बच्चों के परिजनों को बुलाकर बच्चों को पढ़ाने के लिए समझाइश दी गई, जिसके बाद बच्चों को परिजनों को सौंप दिया गया.
बता दें कि सभी बाल श्रमिक विधानसभा गंधवानी से मनावर विधानसभा के ग्राम मांडवी के किसानों के खेत पर मजदूरी करने जा रहे थे. सिंघाना पुलिस ने दोनों पिकअप वाहनों पर ओवरलोडिंग के तहत चालानी कार्रवाई किया, साथ ही पुलिस की आगे की कार्रवाई जारी है.