धार। मध्यप्रदेश की पर्यटन नगरी माण्डवगढ़ अपनी सुंदरता के लिए देश भर में प्रसिद्ध है. बारिश के दिनों में जब हरियाली की चादर बिछी हुई होती है तो यह मनोरम दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. बारिश के दिनों में यहां पर्यटकों की संख्या और भी बढ़ जाती है. यहां का जहाज महल, हिन्डोला महल, शाही हमाम अपने वैभवशाली इतिहास को बयां करते हैं.
मांडू पौराणिक धरोहर की सुंदरता और प्रकृति के मनोरम दृश्य के चलते पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. मांडू आने वाले पर्यटकों का स्वागत करते हुए 12 प्रवेशद्वार मांडू की सुंदरता का परिचय देते हैं. यहां के जहाज महल की नायाब कलाकारी को देखकर ही पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं. जहाज महल के एक ओर मुंज तालाब तो दूसरी ओर कपूर तालाब जहाज महल की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं. जहाज महल की बनावट और सुंदर कलाकृतियां पर्यटकों को जहाज महल की तारीफ करने से नहीं रोक पाती. वही हिंडोला महल अपनी खास बनावट के चलते पर्यटकों के बीच अपनी अलग ही छाप छोड़ता है. सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित रानी रूपमती का महल बाजबहादुर और रानी रूपमती के अटूट प्रेम की कहानियां सुनाता है.
देशभर से प्रकृति की इस सुंदरता के निहारने पहुंचे सैनानियों ने कहा कि मध्यप्रदेश में पचमढ़ी के बाद अगर कोई खूबसूरती का खजाना है तो वह मांडू है. यहां आकर लगता है जैसे हम बादलों के बीच आ गए है. विंध्याचल पर्वत माला पर बसे होने के चलते हैं जुलाई के महीने में अच्छी बारिश के बीच यहां पर पर्यटकों का मेला सा लग जाता है.