धार। जिले में नर्मदा किनारे अवैध रेत के खनन का गोरखधंधा जमकर चल रहा है. रेत माफिया उस जगह से भी रेत का उत्खनन कर रहे हैं, जहां से रेत की रॉयल्टी और खदान जारी नहीं की गई है. ऐसे में अवैध रेत खनन का कारोबार खूब फल-फूल रहा है, जिसको लेकर कई बार शिकायतें भी की जा चुकी हैं, लेकिन नगर प्रशासन उन पर कोई ठोस कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है.
अवैध रेत खनन को लेकर अब 'नर्मदा बचाओ आंदोलन' के सदस्यों ने मोर्चा खोल दिया है. नर्मदा किनारे बड़ी मात्रा में अवैध रेत खनन करते हुए ट्रैक्टर को पकड़ने की कार्रवाई की गई, इस दौरान 'नर्मदा बचाओ आंदोलन' के सदस्यों को देखकर रेत माफिया भाग निकले. वहीं गुलाटी गांव में बड़ी मात्रा में रेत का स्टॉक मिला, जिसको लेकर स्थानीय प्रशासन को सूचना दी गई.
'नर्मदा बचाओ आंदोलन' के सदस्य राहुल यादव ने बताया कि, सरदार सरोवर बांध के प्रभावित नर्मदा क्षेत्र में रेत खनन को लेकर एनजीटी ने रोक लगा रखी है. उसके बावजूद भी गुलाटी गांव, पीपल्दागढ़ी गांव, खुजावा गांव, शाहपुरा गांव, खतड़गाव गांव के साथ-साथ कई ग्रामीण क्षेत्रों में रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है. अगर समय रहते रेत माफियाओं पर प्रशासन द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो ये किसी विवाद का कारण भी बन सकता है.
'नर्मदा बचाओ आंदोलन' के सदस्य अब नर्मदा किनारे हो रहे रेत के अवैध खनन को लेकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि इन सब के बावजूद भी स्थानीय प्रशासन और जिला प्रशासन अवैध रेत खनन पर कार्रवाई करने के बजाए आंख मूंदकर बैठे हुए हैं.