धार। धरमपुरी विधानसभा सीट मध्य प्रदेश के धार जिले की सीट है, ये मालवा इलाके में आती है. इस विधानसभा सीट में वोटरों की संख्या 1,83,938 है, जिसमें पुरुष मतदाता 96,348 व महिला मतदाता 91,581 है. इसके अलावा थर्ड जेंडर वाले 9 मतदाता हैं, जो आगामी चुनाव में अपने मतादिधाकर का प्रयोग करेंगे. बता दें कि 2018 में यहां कांग्रेस उम्मीदवार पांचीलाल मेड़ा को मतदाताओं ने 78,504 वोट देकर जिताया था, वहीं बीजेपी उम्मीदवार गोपाल कन्नौज 13,972 वोटों से चुनाव हार गए थे. आइए जानते हैं इस सीट की पूरा गणित-
धरमपुरी विधानसभा सीट से इस बार कुल 5 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, जिसमें 3 निर्दलीय और 1-1 भाजपा और कांग्रेस का सदस्य है. बता दें कि भाजपा ने इस बार कालूसिंह पर भरोसा जताया है, वहीं कांग्रेस ने फिर से पांचीलाल मेडा को टिकट दिया है. अब देखना होगा कि जीत किसकी होती है.
धरमपुरी विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास: धरमपुरी विधानसभा के राजनीतिक इतिहास जानने के लिए पिछले चुनावों पर नजर डालें तो इस सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है. 1990 में बीजेपी को जीत मिली, लेकिन 1993 में कांग्रेस ने सीट जीती. 1998 के चुनाव में बीजेपी के जगदीश मुवेल ने जीत के साथ पार्टी की वापसी कराई, 2003 के चुनाव में जगदीश विजयी रहे. हालांकि 2008 के चुनाव में जगदीश मुवेल की कड़े मुकाबले में हार के साथ बीजेपी जीत की हैट्रिक नहीं लगा सकी, 2013 के चुनाव में बीजेपी के कालू सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा और उन्होंने कड़े मुकाबले में 7,573 मतों के अंतर से जीत हासिल की. हालांकि 2018 के चुनाव में कालू सिंह को टिकट नहीं मिला और उनकी जगह मैदान में उतरे बीजेपी के गोपाल को हार मिली.
धरमपुरी विधानसभा सीट के जातिगत समीकरण: जातिगत समीकरण के लिहाज से ये सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है, इस सीट पर आदिवासी वोटर्स बड़ी संख्या में हैं. ब्राह्मण वोटर्स की भी अच्छी खासी संख्या है, धरमपुरी क्षेत्र में प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मांडू भी आता है. धार जिले की सातों विधानसभाओं में महिलाओं की संख्या कम है, यहां पर महिलाओं का वोट प्रतिशत भी कम होता है.
खासतौर से धार, मनावर और धरमपुरी विधानसभा ऐसे हैं, जहां पर महिला मतदाताओं की संख्या आयोग के मापदंड के मुताबिक कम है. अब यहां पर विशेष रूप से इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि महिला वोटर्स को वोट डालने के लिए प्रेरित किया जाए, पिछले चुनाव में जहां पर मतदान कम हुआ है, वहां विशेष रूप से फोकस किया जाएगा. इसके लिए 25-25 मतदान केंद्रों का चयन किया गया है, साथ ही और भी कई तथ्य संकलित करके मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष रूप से प्रयास करने की कोशिश है.