धार। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर वन मंत्री उमंग सिंघार पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा है. उमंग सिंघार का कहना है कि पहले नरेंद्र मोदी और अमित शाह 1951 के पहले तक का अपने दादा-परदादा का रिकॉर्ड दें उसके बाद जनता से उनके पूराना रिकॉर्ड मांगे.
उमंग सिंघार का कहा है कि जब देश में नागरिकता और पहचान के लिए आधार कार्ड है तो फिर सीएए और एनआरसी लागू करने की क्या जरूरत है. उनका कहना है कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह पहले 1951 के पहले तक का अपने दादा परदादा का रिकॉर्ड दें. उसके बाद वो देश की जनता से रिकॉर्ड मांगे.
उमंग सिंघार ने ये भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह में वैचारिक मतभेद है. रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वो एनआरसी और सीएए नहीं ला रहे हैं. वहीं लोकसभा में अमित शाह एनआरसी और सीएए लाने की बात करते हैं. इस तरह नरेंद्र मोदी और अमित शाह देश को सीएए और एनआरसी के नाम पर भ्रमित करने की राजनीति कर रहे हैं. बता दें कि मंत्री उमंग सिंघार धार के गंधवानी विधानसभा में ग्राम झेदगा में करोड़ों के विकास कार्यों का भूमि पूजन करने पहुंचे थे.