धार। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और सरदार सरोवर बांध के चलते नर्मदा का वाटर लेवल बढ़ा है. वहीं डूब में निसरपुर के साथ कड़माल और अन्य कई गांव भी शामिल हैं, जहां अभी तक लोगों को पुनर्वास नीति के तहत लाभ नहीं मिला है, जिसकी वजह से लोग अभी भी मूल गांव में ही रहने को मजबूर हैं.
पुनर्वास समस्या के साथ-साथ बारिश का पानी और नर्मदा का वाटर लेवल बढ़ने से निसरपुर डूबने की कगार पर है. इन सब परेशानियों के बीच नर्मदा घाटी विकास एवं पर्यटन सुरेंद्र सिंह बघेल डूब प्रभावितों से मिलने निसरपुर के साथ कड़माल एवं अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचे. दल बल के साथ पहुंचे सुरेंद्र सिंह बघेल ने डूब क्षेत्र के लोगों की शिकायतें सुनी और जल्द ही समस्याएं दूर करने का आश्वासन दिया.
सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2002 में तत्कालीन दिग्विजय सिंह सरकार ने सरदार सरोवर बांध से डूब प्रभावितों के लिए विशेष पुनर्वास नीति बनाई थी, लेकिन पिछले 15 सालों तक मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह के सरकार रही. उन्होंने उस पुनर्वास नीति के तहत डूब प्रभावितों को लाभ नहीं दिया.