ETV Bharat / state

खुले में रखा लाखों का गेहूं, बारिश से हो रहा खराब, प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान - negligence of wheat

धार समेत मध्य प्रदेश के कई जिलों में प्री-मानसून ने दस्तक दे दी है. वहीं इस बारिश के कारण गेहूं खरीदी केंद्रों में बाहर पड़ा गेहूं खराब होने लगा है, जिससे शासन-प्रशासन को लाखों का नुकसान होगा.

wheat wet due to rain
बारिश से गेहूं हो रहा खराब
author img

By

Published : Jun 2, 2020, 1:41 PM IST

धार। प्रदेशभर में गेहूं खरीदी केंद्र में लाखों-करोड़ों क्विंटल गेहूं रखा हुआ है. कहीं-कहीं अब भी गेहूं की खरीदी जारी है, वहीं कई खरीदी केंद्रों में गेहूं को खुले में ही रखा गया है. मध्य प्रदेश के धार के साथ-साथ कई जिलों में प्री-मानसून ने दस्तक दे दी है, जिस वजह से 1 जून से ही बारिश होने लगी है. इस बारिश ने गेहूं संग्रहण और गेहूं खरीदी की व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है. पढ़ें ये रिपोर्ट-

बारिश से गेहूं हो रहा खराब

ये भी पढ़ें- धार में हुई जोरदार बारिश, खुले में रखा करीब चार लाख क्विंटल गेहूं हुआ गीला

जानकारी के मुताबिक धार में इस साल 40 हजार से ज्यादा किसानों से करीब तीन लाख 70 हजार मैट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है, जिसका सही समय पर ट्रांसपोटेशन नहीं किया गया. साथ ही संग्रहण की उचित व्यवस्था भी नहीं की गई जिस वजह से बारिश में गेहूं गीला होकर खराब होने की स्थिति में आ गया है. ETV भारत ने जब बड़ा उमरिया गेहूं खरीदी केंद्र पर जाकर गेहूं संग्रहण की व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो एक बात खुलकर सामने आई कि गेहूं को गीला होने से बचाने की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है. जिसके चलते हजारों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग कर खराब हो रहा है.

wheat wet due to rain
बारिश से खराब हुआ गेहूं

ये भी पढें- श्योपुर में अचानक हुई तेज बारिश से भीगा सैकड़ों क्विंटल गेंहू, नीचे गिरा पारा

बता दें, इस गेहूं खराबी से कहीं न कहीं शासन को लाखों का नुकसान होगा. वहीं अगर शासन-प्रशासन सही समय पर बारिश से पहले ही गेहूं को सुरक्षित जगहों पर रखने की व्यवस्था करता है तो शायद गेहूं बारिश में भीगने से बच सकता है. वहीं ये खराब हुआ गेहूं किसी न किसी को राहत देने के लिए काम में आता, लेकिन शासन-प्रशासन की लापरवाही की वजह से हजारों क्विंटल गेहूं धार में बारिश में भीग कर खराब हो गया है. जिला प्रशासन भले ही गेहूं खरीदी की व्यवस्था को लेकर दावे करता रहे लेकिन प्रशासन की व्यवस्थाएं बिगड़ी हैं.

wheat wet due to rain
खुले में रखा गेहूं

धार। प्रदेशभर में गेहूं खरीदी केंद्र में लाखों-करोड़ों क्विंटल गेहूं रखा हुआ है. कहीं-कहीं अब भी गेहूं की खरीदी जारी है, वहीं कई खरीदी केंद्रों में गेहूं को खुले में ही रखा गया है. मध्य प्रदेश के धार के साथ-साथ कई जिलों में प्री-मानसून ने दस्तक दे दी है, जिस वजह से 1 जून से ही बारिश होने लगी है. इस बारिश ने गेहूं संग्रहण और गेहूं खरीदी की व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है. पढ़ें ये रिपोर्ट-

बारिश से गेहूं हो रहा खराब

ये भी पढ़ें- धार में हुई जोरदार बारिश, खुले में रखा करीब चार लाख क्विंटल गेहूं हुआ गीला

जानकारी के मुताबिक धार में इस साल 40 हजार से ज्यादा किसानों से करीब तीन लाख 70 हजार मैट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है, जिसका सही समय पर ट्रांसपोटेशन नहीं किया गया. साथ ही संग्रहण की उचित व्यवस्था भी नहीं की गई जिस वजह से बारिश में गेहूं गीला होकर खराब होने की स्थिति में आ गया है. ETV भारत ने जब बड़ा उमरिया गेहूं खरीदी केंद्र पर जाकर गेहूं संग्रहण की व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो एक बात खुलकर सामने आई कि गेहूं को गीला होने से बचाने की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है. जिसके चलते हजारों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग कर खराब हो रहा है.

wheat wet due to rain
बारिश से खराब हुआ गेहूं

ये भी पढें- श्योपुर में अचानक हुई तेज बारिश से भीगा सैकड़ों क्विंटल गेंहू, नीचे गिरा पारा

बता दें, इस गेहूं खराबी से कहीं न कहीं शासन को लाखों का नुकसान होगा. वहीं अगर शासन-प्रशासन सही समय पर बारिश से पहले ही गेहूं को सुरक्षित जगहों पर रखने की व्यवस्था करता है तो शायद गेहूं बारिश में भीगने से बच सकता है. वहीं ये खराब हुआ गेहूं किसी न किसी को राहत देने के लिए काम में आता, लेकिन शासन-प्रशासन की लापरवाही की वजह से हजारों क्विंटल गेहूं धार में बारिश में भीग कर खराब हो गया है. जिला प्रशासन भले ही गेहूं खरीदी की व्यवस्था को लेकर दावे करता रहे लेकिन प्रशासन की व्यवस्थाएं बिगड़ी हैं.

wheat wet due to rain
खुले में रखा गेहूं
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.