धार। नर्मदा बचाओ आंदोलन के बैनर तले सरदार सरोवर बांध से डूब प्रभावित धार और बड़वानी जिले के हजारों लोगों ने मुंबई-आगरा नेशनल हाईवे को चक्का जाम कर दिया था. हाईवे पर करीब पांच घंटे तक मेधा पाटकर के नेतृत्व में डूब प्रभावित क्षेत्र के हजारों लोगों ने नेशनल हाईवे पर चक्का जाम किए रखा था. जिसके बाद पुलिस ने नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख नेत्री मेधा पाटकर सहित 23 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के लोगों की मांग है कि उनका आदर्श पुनर्वास नीति के तहत विस्थापन हो. उसी के बाद सरदार सरोवर बांध को उसकी अंतिम सीमा तक भरा जाए. इसी बात को लेकर नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख नेत्री मेधा पाटकर के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया. मेधा पाटकर चक्का जाम के माध्यम से अपनी बात केंद्र की मोदी सरकार और नर्मदा कंट्रोल अथॉरिटी के जवाबदार अधिकारियों तक पहुंचाना चाहती थी.
धामनोद थाना प्रभारी दिलीप सिंह ने बताया कि नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख नेत्री मेधा पाटकर के नेतृत्व में इनके कार्यकर्ताओं का खलगाट में एकत्रित हो कर इंदौर जाने की सूचना थी. जिसके बाद इन लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 3 पर चक्का जाम किया.
जिसके बाद पुलिस ने नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख नेत्री मेधा पाटकर सहित 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया. साथ ही वीडियो ग्राफी के आधार पर इस मामले में और लोगों की शिनाख्त की जा रही है. शिनाख्त होने के पश्चात उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.