धार। ईद-मिलाद-उन-नबी (Eid-Milad-Un-Nabi) पर निकले जुलूस में पुलिस ने लाठीचार्ज (Lathi Charge) कर दिया. जानकारी के अनुसार मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग पारंपरिक रूट से जुलूस निकालने की बात को लेकर पुलिस से विवाद करने लगे. मोहन टॉकीज, नालछा दरवाजा क्षेत्र और पुरानी नगर पालिका क्षेत्र में जुलूस का रूट बदलने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे. जिसके चलते पुलिस को स्थिति पर काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया.
युवकों ने पुलिस के साथ की हाथापाई
दरअसल कुछ असामाजिक तत्व रूट बदलने के लिए जिद करने लगे इसके बाद उन्होंने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई करना भी शुरू कर दी. स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस ने भी हल्का बल प्रयोग करते हुए उग्र भीड़ को वहां से खदेड़ा. इस दौरान धार के अन्य इलाकों से भी वर्ग विशेष के सैकड़ों युवक अलग-अलग जगहों पर एकत्रित होकर एक जुलूस की शक्ल लेकर मोहन टॉकीज चौराहा पहुंचे.
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जहां से हटवाड़ा पिपली बाजार, आनंद चौपाटी, राजवाड़ा चौपाटी होते हुए नालछा दरवाजा पहुंचे. इस दौरान युवा उग्रता दिखाते हुए रास्ते पर जमकर नारेबाजी करते रहे. इस पूरे घटनाक्रम में जुलूस निकालने के दौरान पुलिस बल कम दिखाई दिया और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना रहा. पुलिस बल बढ़ने के बाद लाठीचार्ज करते हुए पुलिस ने दंगाईयों को खदेड़ दिया.
तय रूट को नहीं मान रहे थे लोग
प्रशासन ने समाजजनों को सांकेतिक रूप से तय रूट पर जुलूस निकालने की अनुमति थी. लेकिन कुछ लोग तय रूट को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे, जिसको देखते हुए पुलिस ने मोर्चा संभाला और जो असामाजिक तत्वों को रोकने के लिए बल प्रयोग भी किया गया. अभी तक इस लाठीचार्ज में घायलों की जानकारी नहीं मिल पाई है. जांच के बाद जो भी तय रूट करने की कोशिश कर रहे थे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
- डॉक्टर पंकज जैन, कलेक्टर, धार
तय रूट से निकला जुलूस
जुलूस के लिए प्रशासन ने रूट तय किया था. लेकिन कुछ असामाजिक तत्व पारंपरिक रूट से जुलूस निकालने की जिद करने लगे. इन्हें रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. हालांकि बाद में जुलूस तय रूट से निकला और शांति से समाप्त हुआ. जांच में जो भी दंगा भड़काने का दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लाठीचार्ज में किसी के घायल होने की सूचना अभी तक नहीं आई है.
- आदित्य प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक, धार