धार। शहर में एक बस चालक ने प्रसव पीड़ित महिला को वक्त पर अस्पताल पहुंचाकर मानवता की मिसाल पेश की है. ड्राइवर की सूझ-बूझ का ही नतीजा रहा कि उस महिला के साथ अप्रिय घटना नहीं घटी, जो प्रसव पीड़ा से परेशान थी. बस चालक को जब इस बात का पता चला तो वह बस को बिना रोके सीधे अस्पताल ले गया. हालांकि इस बीच महिला ने बस में ही बच्चे को जन्म दे दिया था.
डॉक्टरों ने समय से पहले बच्चा होने की वजह से उसकी हालत गंभीर बताई है. इंदौर से धार के लिये रवाना हुई एक बस में जब मंडला निवासी रविता नाम की एक महिला सवार हुई थी, तभी उसे पेट में दर्द हुआ था. इस बात की जानकारी लगते ही बस चालक रईस खान यात्रियों से भरी बस को नॉनस्टॉप चलाते हुये सीधा धार जिला अस्पताल ले गया. यहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने महिला और नवजात का इलाज शुरू कर दिया है.
बस चालक रईस की डॉक्टरों ने भी सराहना की है, जबकि उसने इसे अपना धर्म बताया है. साथ ही कहा कि जब भी उसे इस तरह का मौका मिलेगा तो वह अपना कर्तव्य निभाता रहेगा. यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर बस चालक ने मुस्तैदी नहीं दिखाई होती तो जच्चा-बच्चा दोनों के साथ कुछ भी हो सकता था.