देवास। जिले के चापड़ा क्षेत्र में एक महिला को अपनी सांस के शव का अंतिम संस्कार को लेकर भटकती रही और जनता विरोध करती नजर आ रही थी. दरअसल दो जगह सास का शव नहीं जलाने की जगह मिलने पर वह वापस चापड़ा और पुलिस सहायता केंद्र पहुंची. यहां आरक्षक किरथ गुर्जर और रघुवीर सिंह ठाकुर को पूरी घटना बताई. फिर पुलिस के साथ महिला श्यामनगर के मुक्तिधाम पहुंची, लेकिन लोग फिर आ गए और विरोध करने लगे. सूचना मिलते ही बागली टीआई जयराम चौहान मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश दी, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे.
जबलपुर: अंतिम संस्कार का सामान बेचते नगर निगम कर्मचारी
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद सुलझा मामला
पुलिस के अनुसार हमारे क्षेत्र के कई लोगों के भी अंतिम संस्कार इंदौर एवं देवास के मुक्तिधाम में हो रहे हैं. ऐसे समय में वह इंकार कर दे, तो फिर कहां अंतिम संस्कार होंगे. इसलिए इन्हें अंतिम संस्कार करने दें. टीआई ने यह भी कहा कि अब यदि किसी ने मना किया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद महिला के दो भाइयों और एंबुलेंस और लकड़ी वाहन वालों ने मिलकर अंतिम संस्कार कराया. समय ऐसा आ गया है कि मानवता मरती नजर आ रही है और इसका ताजा उदाहरण के रूप में अपनी सास के शव को अंतिम संस्कार को लेकर एक महिला का दर-दर भटकना सामने आ रहा है.