देवास। कन्नौद तहसील के कुसमानिया क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों का पर्दाफाश हुआ है. बिना डिग्री के झोलाछाप डॉक्टर कुसमानिया में अवैध तरीके से क्लिनिक संचालित कर रहे थे. ये डॉक्टर नियमों को ताक पर रखकर खुले आम धड़ल्ले से क्लीनिक संचालित कर प्रशासन की आंख में धूल तो झोंक ही रहे थे, साथ ही भोले-भाले ग्रामीणों के जीवन से भी खिलवाड़ कर रहे थे. जिनका स्वास्थ्य विभाग ने पर्दाफाश किया है. इसी कड़ी में कन्नौद बीएमओ डॉक्टर लोकेश मीणा ने रविवार को कुसमानिया में औचक निरीक्षण किया. जिसमें कुसमानिया के 2 झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिक का पंचनामा बनाकर सील करने की कार्रवाई की गई. बीएमओ के निरीक्षण की सूचना मिलते ही बाकी के डॉक्टर दुकानों की शटर बंद करके फरार गए.
दो क्लीनिक सील
डॉक्टर लोकेश मीणा ने बताया कि कुसमानिया के झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिक संचालित होने की सूचना विभाग को बार बार मिल रही थी. कुछ शिकायतें भी आई थी. जिसके चलते कुसमानिया में डॉक्टर वीएन बाला के क्लिनिक का निरीक्षण किया तो वहां बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवाइयां, बॉटल मिली. जिसके टीम द्वारा पंचनामा बनाया और जब तक कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करेंगे तब तक क्लिनिक सील कर दिया है. इसी प्रकार बंगाली डॉक्टर अनूप विश्वास के यहां भी क्लीनिक का निरीक्षण कर सील किया गया है. ये दोनों डॉक्टर फर्जी तरीके से क्लिनिक संचालित करते हुए पाए गए हैं. निरीक्षण के दौरान बाकी डॉक्टरों की दुकाने बंद होने से कार्रवाई नहीं हो सकी है. आगामी समय मे इनके भी दस्तावेज जांचकर कार्रवाई की जाएगी.
मेडिकल स्टोर्स भी हुए बन्द
कुसमानिया में बीएमओ की कार्रवाई के भय से छह से अधिक डॉक्टर शटर बंद करके भाग गए. इस दौरान मेडिकल स्टोर्स संचालकों ने भी दुकाने बंद कर दी. बीएमओ मीणा ने बताया कि उनकी जानकारी अनुसार कुसमानिया में किसी भी डॉक्टर के पास वैध डिग्री नहीं हैं. इन डॉक्टरों का एलोपैथिक दवाइयों का उपयोग करना अपराध की श्रेणी में आता है.
पहले भी हुई थी कार्रवाई
इन डॉक्टरों पर पहले भी देवास सीएमएचओ आरके सक्सेना द्वारा कार्रवाई की गई थी. उस समय भी सभी डॉक्टर क्लीनिक बन्द करके भाग गए थे. उस दौरान कुसमानिया के नामी डॉक्टरों को नोटिस भी दिया गया था. उसके बावजूद के प्रशासन को चुनौती देकर अवैध तरीके से क्लीनिक संचालित कर रहे थे और लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे थे.