देवास। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली के मामले लगातार सामना आ रहे हैं. ताजा मामला हाटपिपल्या के आमलाताज गांव से सामने आया है. यहां मौजूद सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की लापरवाही चरम पर है. जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है.
इलाज कराने अस्पताल पहुंचने वाले मरीज खाली हाथ वापस लौट आते हैं, क्योंकि डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं रहते और मनमर्जी के मुताबिक अस्पताल आते-जाते हैं. पहले इस अस्पताल में डॉक्टरों का टोटा था. जैसे-तैसे नियुक्ति की गई तो डॉक्टर अस्पताल आना उचित नहीं समझते.
फिलहाल यहां सिर्फ प्यून, एनएम नर्स ही नजर आती हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टर नहीं रहता, जिससे उन्हें मजबूरन हाटपिपल्या या फिर जिला अस्पताल का रुख करना पड़ता है. इस मामले में सीबीएमओ विष्णुलता उइके डॉक्टर की लापरवाही की शिकायत आला अधिकारियों तक भेज दी गई है. साथ ही कहा कि लापरवाह डॉक्टरों पर जल्द ही विभागीय कार्रवाई की जाएगी.