देवास। कोरोना वायरस के चलते पूरा देश घरों में कैद है. जिसके बाद तीसरे चरण में सरकार ने कुछ रियायत देते हुए शराब की दुकानों सहित कई ग्रीन और ऑरेंज जोन में कुछ दुकानें खोलने का निर्णय लिया था. वहीं शराब की दुकानों के खोलने के फैसला का सामाजिक और धार्मिक संगठन विरोध कर रहे हैं. कन्नौद में गायत्री परिवार ने शराब बिक्री पर रोक लगाने के लिए कन्नौद एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर शराब दुकानें बंद करने की मांग की है.
अखिल विश्व गायत्री परिवार की कन्नौद शाखा के सदस्यों ने शराब बिक्री रोकने के लिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी केसी पर्ते को ज्ञापन दिया है. अखिल विश्व गायत्री परिवार हमेशा से ही शराब बंदी और नशा मुक्त समाज का प्रबल पक्षधर रहा है. पहले भी गायत्री परिवार ने तंबाकू से बने उत्पाद पर प्रतिबंध और शराब मुक्त स्वर्णिम भारत का अभियान व्यापक स्तर पर चलाया था.
कोरोना महामारी के वैश्विक संकट के चलते पूरा मानव समाज और देश संकट के हालात से गुजर रहा है. ऐसे में जबकि समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग अपने व्यवसाय व्यापार को बंद करके लॉकडाउन के समर्थन में शासन-प्रशासन का सहयोग दे रहा है. ऐसे में शराब की दुकानों का खुलना उसके लिए एक बहुत बड़ा आघात पहुंचाने वाला निर्णय है.
विंडबना का विषय है कि कल्याणकारी सरकार ने इस लॉकडाउन में संक्रमण कम करने के लिए मंदिर-मस्जिद, विद्यालय, अस्पतालों में ओपीडी बंद कर रखे हैं, लेकिन शराब की दुकानें खोल दी गई हैं. जो कि स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी हानिकारक है. स्वास्थ्य मंत्रालय एवं आयुष विभाग भी शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय और उपचार बता रहा है, ऐसे में शराब दुकानों का खुलना उचित नहीं है.
अखिल भारतीय विश्व गायत्री परिवार ने ज्ञापन सौंपते हुए अनुरोध किया है कि शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति देने पर एक बार फिर से विचार करें. उन्होंने मांग की है कि कोरोना वायरस के हालात में शराब की दुकानों को किसी भी दशा में खोलने नहीं दिया जाए. मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम केसी पर्ते को अखिल विश्व गायत्री परिवार शाखा का शक्तिपीठ कन्नौद के राजेंद्र शर्मा रामकरण यादव, हरी प्रसाद पांडे, राजकुमारी कुंडल, गायत्री कुंडल, अशोक वर्मा, सुधीर कुंडल कई लोगों ने ज्ञापन दिया है.