देवास। खातेगांव के आदिवासी बाहुल्य इलाको में वनोपज लोगों के आजीविका का आधार है. मजदूर, गरीब तबके के लोग वनों से प्राप्त उपज को संग्रहण करके परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं. वनोपज का इन लोगों को उचित दाम मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा शासन स्तर पर 35 रुपये किलो महुआ फूल खरीदने का कार्य शुरू किया गया है.
इसी प्रकार खातेगांव तहसील के विक्रमपुर प्राथमिक लघुवनोपज समिति में 13 गांवों के महुआ फूल संग्राहकों से महुआ खरीदी का कार्य शुरू किया गया, जिससे कि संग्राहकों को आर्थिक नुकसान न हो और उन्हें वनोपज का उचित दाम मिल सके.
प्राथमिक लघुवनोपज समिति मर्यादित विक्रमपुर के पालक अधिकारी महेश चंद्र वर्मा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार 35 रुपये प्रति किलो के हिसाब से महुआ खरीदी की जा रही है. इनसे महुआ खरीद कर इन्हें नकद भुगतान किया जाएगा. साथ ही महुआ खरीदी में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह ध्यान रखा जा रहा है और आने वाले संग्राहकों को सेनिटाइज किया जा रहा हैं. साथ ही हाथ धुलवाने के बाद महुए लिए जा रहे हैं.