देवास। किसान को उपज का उचित दाम मिल सके, इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा उपार्जन केंद्र पर किसानों से खरीदी की जा रही है. जिले के कन्नौद में तहसील स्तर पर चने की खरीदी में 3 केंद्र बनाए गए है. जिनमें किसानों की उपज एफएक्यू अनुसार जांच कर खरीदने का कार्य चल रहा है. खरीदी केंद्र पर शासन द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. जहां किसान मैसेज के अनुसार उपज लाकर तुलवा रहे है.
जिला सहाकारी केंद्रीय बैंक प्रबंधक सत्यनारायण अग्रवाल ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार गेहूं की खरीदी रिकॉर्ड रही है. पिछले कन्नौद के सभी केंद्रों पर 93 हजार क्विंटल गेहूं की तुलाई हुई. लेकिन इस बार यही आंकड़ा 3 लाख 70 हजार क्विंटल पार कर गया. गेहूं की खरीदी अंतिम चरण में है. किसानों को उपज का बिल बनने के बाद एक सप्ताह में भुगतान भी उनके खातों में किया जा रहा है. इधर एसडीएम कैलाश चंद्र परते सभी खरीदी केंद्रों का लगातार निरीक्षण कर रहे है. खरीदी केंद्रों पर किसानों को किसी प्रकार की समस्या न हो, सोशल डिस्टेंसिंग का सभी पालन हो, इसके लिए एसडीएम खरीदी केंद्रों का निरीक्षण कर सतत निगरानी रखे हुए हैं.
उपज का उचित भाव मिलने से किसानों में खुशी
इस बार सीजन 2020-21 के लिए चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य 4 हजार 875 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है. जो वर्तमान के मंडी भाव से करीब 700 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है. चना खरीदी के लिए पंजीयन 15 क्विंटल हेक्टेयर के उत्पादन अनुसार किया गया था, जो कि किसान के उत्पादन से कम था. विधायक आशीष शर्मा ने कन्नौद खातेगांव और सतवास तहसील में चने का उत्पादन अधिक होने पर कृषि मंत्री कमल पटेल को पत्र लिखकर चना खरीदी में 15 क्विंटल हेक्टेयर से बढ़ाकर 20 क्विंटल हेक्टेयर करने की मांग की थी. कृषि मंत्री कमल पटेल की घोषणा के बाद अब चना खरीदी केन्द्रों पर 20 क्विंटल हेक्टेयर उत्पादन के मान से खरीदी की जा रही है. चने की खरीदी में प्रति हेक्टेयर उत्पादन के साथ ही उपज का उचित भाव मिलने से किसानों में खुशी है.