देवास। खातेगांव के दीपगांव में हड़कंप मचा हुआ है. यहां पिछले 6 दिनों से डेंगू के बुखार के चलते 4 लोगों की जान चली गई है. इससे अब पूरे इलाके में दहशत है. इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग का अमला भी गांव में तैनात है. यहां कई तरह की जांचे, बुखार पीड़ितों की करवाई जा रही है. भोपाल, इंदौर और देवास से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पहुंचे हैं.
डॉक्टर्स ने परिजनों से मृतकों की मेडिकल हिस्ट्री जानने की कोशिश की है. शनिवार को भी 98 से ज्यादा लोगों के ब्लड सेम्पल कलेक्ट किए गए हैं. 11 जांच को उज्जैन टेस्टिंग के लिए भेजा जा रहा है. दो दिन पहले भी यहाँ एक 10 साल के बच्ची की मौत हुई थी. बच्ची की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
ग्रामीणों में भय का माहौल: बुखार से मौत की घटना के बाद अब गांव के लोगों के बीच चर्चा जोरों पर है. यहां पिछले 6 दिनों में हुई मौतों में तीन महिला शामिल हैं. एक महीने पहले यहां 65 साल की महिला प्रेम बाई (पति- प्रेम नारायण पांवर) की मौत भी बुखार से हुई थी.
25 अगस्त से दहशत का मामला: 25 अगस्त को बुखार आने पर रजनी पिता राकेश कुशवाह (21 साल) को परिजन उपचार के लिए हरदा अस्पताल लेकर पहुंचे थे. वहां से भोपाल रेफर कर दिया गया. 26 अगस्त भोपाल में उपचार के दौरान रजनी की मौत हो गई. 28 अगस्त को मानवी पिता गोलू पंवार (15 साल) की भी बुखार के कारण मौत हो गयी. 31 अगस्त देर रात 10 साल की प्रियांशी जितेंद्र पंवार ने भी दम तोड़ दिया.
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स्वास्थ्य विभाग ने किया फीवर सर्वे: स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने फीवर सर्वे किया. इसमें टेमोफास्ट का छिडक़ाव, कुएं में ब्लीचिंग डलवाना, पीने के पानी की जांच हेतु हैंडपंप और कुएं के पानी का सैंपल लिये.
अब विभाग की तरफ से अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. इसमें ब्लॉक स्तर से चिकित्सकों और स्टाफ की नियमित 7 दिन तक 24x7 ड्यूटी लगाई जाए. सभी गांव के लोगों की जांच कर इलाज किया जाए. स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता नियमित फीवर सर्वे कर जानकारी चिकित्सक दल को देंगी.
देवास सीएमएचओ डॉ. विष्णुलता उइके ने बताया- "मृतका प्रियांशी की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. पिछले 6 दिनों में 250 से ज्यादा मरीजों का उपचार किया गया है. इनमें से ज्यादातर बुखार के मरीज थे. ब्लड और थूक के सैम्पल लेकर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस बी व सी की जांच करवाई जा रही है. गांव में स्वास्थ्य अमला तैनात है. शनिवार को 10 टीमों की ड्यूटी लगाकर घर-घर सर्वे करवाया गया है.