देवास। प्रदेश सरकार गांव-गांव तक शिक्षा पहुंचाने के तमाम प्रयास कर रही है. इसके लिए मजरे टोले में भी स्कूल भवन बनवाये जा रहे है, लेकिन जिम्मेदारों की मनमानी से ये स्कूल भवन बनने से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे है. ऐसा ही मामला कन्नौद जनपद की ग्राम पंचायत थूरिया के मजरे ग्राम टीन टप्पर में वर्षो बाद मीडिल स्कूल भवन बन रहा है. जो जिम्मेदारों की मनमानी से भ्रष्टाचार की बलि चढ़ रहा है. मामला जब सामने आया कि स्थानीय जागरूक लोगों ने ठेकेदार, इंजीनियर, जनपद सीईओ और क्षेत्रीय विधायक को अवगत कराया उसके बाद भी निर्माण कार्य बंद नही हुआ. तो लोगों ने मीडियाकर्मियों को बुलाकर पंचनामा बनाया. जब जिम्मेदारो से फोन पर चर्चा की तो गोलमोल जवाब देकर मामला टाल दिया गया.वा के
यहां के बच्चों को माध्यमिक शिक्षा के लिए सरकार द्वारा 15 लाख रुपये की लागत से बनने वाला सर्वसुविधायुक्त भवन स्वीकृत किया गया. जिससे यहां के बच्चों को गांव में ही शिक्षा मिल सके, लेकिन जिम्मेदारों की मनमानी के चलते भवन निर्माण में काली रेत, कच्ची ईंट के साथ ही अन्य गुणवत्ता हीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है. बार बार ग्रामीणों द्वारा ठेकेदार एवं इंजीनियर को अवगत कराने के बाद भी गुणवत्ता में सुधार नहीं किया तो ग्रामीणों ने पंचनामा बनाकर काम रुकवा दिया.पंचनामे में बताया कि ग्राम पंचायत थूरिया के अंतर्गत आने वाले मजरा टीन टप्पर में मिडिल स्कूल भवन का निर्माण कार्य अनियमितता से किया जा रहा है. भवन में कलम के गड्ढे एक फ़ीट गहरे ही खोदे गए हैं. बीम कालम की जुड़ाई काली रेत से की गई साथ ही भवन निर्माण में कच्ची अधपकी ईंट लगाई जा रही है. फ़ॉन्डेशन में कच्ची मुहरम और मिट्टी भरी गई है और बिना सरिए की जाली के ही सीमेंट कंक्रीट कर दिया गया है यह भवन में अब तक जो भी काम किया गया है वह गुणवत्ता हीन किया गया है.
ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण कार्य की जानकारी हमारे द्वारा ठेकेदार, जनपद इंजीनियर विनीत रामस्नेही, जनपद सीईओ प्रभांशु कुमार सिंह एवं विधायक आशीष शर्मा को भी बताई गई. यदि इस प्रकार गुणवत्ता इन कार्य से भवन निर्माण होगा तो एक दिन यह भवन हमारे बच्चों के ऊपर गिर जाएगा. भविष्य में कोई बड़ा हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. मामले में ग्राम पंचायत सरपंच लखन मीणा का कहना है कि ‘मैं एक हफ्ते से बाहर था. इस कारण मौके पर नहीं जा सका. जैसे ही ग्रामीणों ने सूचना दी. मौके पर आकर देखा तो भवन का कार्य गुणवत्ता हीन पाया गया है. काम रुकवा दिया है.’ वहीं इंजीनियर का कहना है कि भवन निर्माण के दौरान करीब 2 सप्ताह से मौके पर नहीं गया हूं. भवन में काली रेत नहीं लगाई जा सकती है. जनपद सीईओ प्रभांशु कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त हुई थी. उक्त भवन की अन्य इंजीनियर से जांच करवायी जाएगी.विधायक आशीष शर्मा ने बताया कि ग्राम टीन टप्पर में स्कूल भवन के गुणवत्त्ता हीन निर्माण कार्य का मामला सामने आया था. जनपद के अधिकारी से चर्चा करके अभी काम रुकवा दिया है. भवन का काम गुणवत्तापूर्ण करवाया जाएगा.