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प्राचार्य के तबादले से नाराज छात्रों का विरोध-प्रदर्शन, कुसमानिया-हरणगांव मार्ग पर किया चक्काजाम

देवास के खातेगांव में अपने शिक्षक के तबादले से नाराज छात्रों ने कुसमानिया-हरणगांव मार्ग पर चक्काजाम कर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. छात्रों का कहना है कि शिक्षिका का ट्रांसफर नहीं रोका गया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.

angry students Protest due to transfer of principal
छात्रों का विरोध-प्रदर्शन
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Published : Nov 28, 2019, 9:49 AM IST

देवास। खातेगांव में स्थित हायर सेकंडरी स्कूल ओंकारा के छात्रों ने कुसमानिया-हरणगांव मार्ग पर चक्काजाम कर दिया. छात्र अपने प्राचार्य के अचानक ट्रांसफर होने से नाराज हैं, जिस कारण पिछले तीन दिनों से वे विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे. बाद में प्राचार्य हरेंद्र सिंह सैंधव मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाकर जाम खुलवाया.

खातेगांव विकासखंड के तहत आने वाले ओंकारा हायर सेकंडरी स्कूल में कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं तक कुल 590 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. बच्चों को पढ़ाने के लिए एक मात्र स्थायी शिक्षक हरेंद्र सिंह सैंधव और छह अतिथि शिक्षक हैं. शिक्षक सैंधव वैसे तो मिडिल स्कूल के शिक्षक हैं, लेकिन हायर सेकंडरी में कोई स्थायी शिक्षक नहीं होने से उन्हें प्राचार्य का प्रभार दिया गया था.

ट्रांसफर की सूचना मिलते ही सुबह स्कूल आने के बाद छात्र-छात्राएं स्कूल भवन में बैठने के बजाय सड़क पर प्रदर्शन करने लगे. अतिथि शिक्षकों ने बच्चों को खूब मनाया, लेकिन वे नहीं माने. हालात काबू से बाहर होने पर प्राचार्य हरेंद्र सिंह सैंधव को बुलाया गया. उन्होंने बच्चों को समझाकर सड़क से जाम हटाया, फिर भी छात्र अपनी जिद पर अड़े रहे और स्कूल भवन में बैठने के बजाय स्कूल परिसर में ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. छात्रों का कहना है कि अगर शिक्षका का ट्रांसफर नहीं रोका गया, तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन करेंगे.

देवास। खातेगांव में स्थित हायर सेकंडरी स्कूल ओंकारा के छात्रों ने कुसमानिया-हरणगांव मार्ग पर चक्काजाम कर दिया. छात्र अपने प्राचार्य के अचानक ट्रांसफर होने से नाराज हैं, जिस कारण पिछले तीन दिनों से वे विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे. बाद में प्राचार्य हरेंद्र सिंह सैंधव मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाकर जाम खुलवाया.

खातेगांव विकासखंड के तहत आने वाले ओंकारा हायर सेकंडरी स्कूल में कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं तक कुल 590 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. बच्चों को पढ़ाने के लिए एक मात्र स्थायी शिक्षक हरेंद्र सिंह सैंधव और छह अतिथि शिक्षक हैं. शिक्षक सैंधव वैसे तो मिडिल स्कूल के शिक्षक हैं, लेकिन हायर सेकंडरी में कोई स्थायी शिक्षक नहीं होने से उन्हें प्राचार्य का प्रभार दिया गया था.

ट्रांसफर की सूचना मिलते ही सुबह स्कूल आने के बाद छात्र-छात्राएं स्कूल भवन में बैठने के बजाय सड़क पर प्रदर्शन करने लगे. अतिथि शिक्षकों ने बच्चों को खूब मनाया, लेकिन वे नहीं माने. हालात काबू से बाहर होने पर प्राचार्य हरेंद्र सिंह सैंधव को बुलाया गया. उन्होंने बच्चों को समझाकर सड़क से जाम हटाया, फिर भी छात्र अपनी जिद पर अड़े रहे और स्कूल भवन में बैठने के बजाय स्कूल परिसर में ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. छात्रों का कहना है कि अगर शिक्षका का ट्रांसफर नहीं रोका गया, तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन करेंगे.

Intro:प्राचार्य का तबादला होने पर दूसरे दिन भी छात्रों ने किया सड़क पर प्रदर्शन

खातेगांव। कुसमानिया-हरणगांव मार्ग पर दूसरे दिन भी स्कूली बच्चों द्वारा सड़क पर प्रदर्शन किया गया। कई वाहनो को निकलने नही दिया। जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पडा। सुबह स्कूल आने के बाद छात्र-छात्राएं स्कूल भवन में बैठने के बजाय सड़क पर प्रदर्शन करने लगे। अतिथि शिक्षकों ने बच्चों को खूब मनाया लेकिन वे नही माने। हालात काबू से बाहर होने पर प्राचार्य हरेन्द्रसिंह सेंधव को बुलाया उन्होंने बच्चो को समझाकर सड़क से हटाया फिर भी छात्र अपनी जिद पर अड़े रहे। और स्कूल भवन में बैठने के बजाय स्कूल परिषर में ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।

Body:इधर वाहन चालक सड़क पर परेशान हुए तो हरणगांव थाना पर सूचना दी। सूचना पाकर टीआई अनिल चाकरे मौके पर पहुंचे। टीआई ने बताया कि ओंकारा मे शिक्षक के तबादले को लेकर स्कूली बच्चे सड़क पर प्रदर्शन करके वाहन चालकों को रोक रहे थे। लेकिन हम पहुंचे तब तक स्कूल की छुट्टी हो गई। फिर हमने स्कूल के शिक्षकों को समझाकर आये।

इस संबंध में शिक्षक हरेंद्र सिंह सेंधव से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि मुझे सूचना मिली कि मेरे तबादले से स्कूली बच्चे हंगामा कर रहे है तो मैंने जाकर उन्हें समझाया और कहा कि तबादला शासन की प्रक्रिया है। यह तो होता रहता है। इसमें हंगामा करने की कोई बात नही है। लेकिन बच्चो ने जिद पकड़ी की जब तक तबादला नही रुकेगा तब तक हम कक्षा में नही बैठेंगे। परीक्षा तक तबादला रुकवाने का प्रयास कर रहा हूँ। ताकि बच्चो की पढ़ाई प्रभावित न हो।



Conclusion:मामला यह था कि खातेगांव तहसील के आदिवासी बाहुल्य ग्राम ओंकारा में 590 बच्चों पर 1 शिक्षक शासन स्तर से पदस्थ है उनका तबादला करने से गांव के विद्यार्थी और ग्रामीण आक्रोशित होकर सड़क पर आ गए। स्कूली बच्चो ने स्कूल का बहिष्कार कर सड़क पर उतरे। अपने प्राचार्य का अचानक ट्रांसफर होने से नाराज स्कूली छात्र, अगर ट्रांसफर नही रुका तो ग्रामीणों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी।

बाईट- सोनम कंगाली छात्रा
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