देवास। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए प्रदेश सरकार के मासूम स्कूली बच्चों के लिए पर्याप्त सुविधाओं के दावे अब खोखले साबित हो रहे हैं. जिले के बागली क्षेत्र के ग्राम साकलघाट में शासकीय प्राथमिक स्कूल का भवन पूरी तरह जर्जर हालत में है.
इस शासकीय प्राथमिक स्कूल के भवन की छत से सरिए बाहर दिखने लगे हैं, जिससे स्कूल में पढ़ने वाले मासूम बच्चों के साथ कोई भी बड़ा हादसा होने का खतरा बनता देख स्कूल के शिक्षक ठंड में इन बच्चों को पेड़ के नीचे स्कूल लगाकर पढ़ाने पर मजबूर है. लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझ रहे हैं.
शासकीय प्राथमिक स्कूल का भवन पिछले दो सालों से जर्जर हालत में है और भवन के एक हिस्से की छत भी गिर चुकी हैं, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे. भवन में जान का खतरा होने के कारण पेड़ के नीचे स्कूल संचालित किया जा रहा है. बारिश के दिनों में गीली जगह में ही बैठकर बच्चों को पढ़ाई करना पड़ता है. इस स्कूल में 74 बच्चे पढ़ते हैं.
इस मामले में जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर खानापूर्ति कर रहे हैं. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे शिक्षा विभाग से मिलने वाली कई सुविधाओं से कोसों दूर हैं. आदिवासी क्षेत्र में स्थिति ये एकमात्र स्कूल हैं , लेकिन हमेशा यहां हादसे का भय बना रहता है. जिसके कारण शिक्षक मजबूरन स्कूल भवन के बाहर पेड़ के नीचे बच्चों को पढ़ाते हैं.