देवास। उज्जैन रोड की दलिया बनाने की एक निजी फैक्ट्री से 6 नाबालिग बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया गया है. चाइल्ड हेल्पलाइन ने सभी नाबालिगों को मुक्त कराया है. ये सभी पिछले एक साल से यहां बंधुवा मजदूरी कर रहे थे. पुलिस, महिला सशक्तिकरण विभाग, बाल श्रम विभाग, बाल कल्याण समिति और जिला प्रशासन की टीमों ने भी कार्रवाई में सहयोग किया.
पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक और ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है. पूरी कार्रवाई पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर सोलंकी और पुलिस उप अधीक्षक किरण शर्मा के नेतृत्व में हुई. नाबालिगों को मुक्त कराने के बाद उन्हें कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडेय के समक्ष लाया गया, जहां पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद कलेक्टर ने फैक्ट्री को सील करने के आदेश जारी कर दिए हैं. साथ ही नाबालिगों के परिजनों को सूचना देकर देवास बुलवाया गया है. फिलहाल नाबालिगों को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है.
एसडीएम अरविंद चौहान ने बताया कि पूरे मामले में एक नाबालिग के पड़ोसी ने सराहनीय कदम उठाया, जिसके कारण बच्चों को छुड़ाया जा सका. दरअसल 6 बंधक नाबालिगों में से एक भाग निकला था, उसने अपने दादा को घर जाकर बंधक रखने की कहानी बताई, तो उसके दादा के साथ पड़ोस में रहने वाले शख्स भी मदद के लिए देवास आ गए. बच्चे को साथ लेकर चार दिन तक वे फैक्ट्री की तलाश करते रहे, लेकिन नाबालिग कभी फैक्ट्री से बाहर गया ही नहीं था, लिहाजा वो फैक्ट्री कहां है, यह भूल गया. पड़ोसी ने बस स्टैंड पर कुछ लोगों से चर्चा की, तो लोगों ने उसे चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉल करने के लिए कहा, जिस पर चाइल्ड लाइन ने तुरंत कार्रवाई की.