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6 बाल श्रमिकों को कराया गया मुक्त, सालभर से फैक्ट्री प्रबंधन करा रहा था बंधुआ मजदूरी

देवास की एक निजी फैक्ट्री से 6 नाबालिग बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया गया है. चाइल्ड हेल्पलाइन ने सभी बच्चों को मुक्त कराया है. फैक्ट्री के मालिक और ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया गया है.

एसडीएम अरविंद चौहान
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Published : Aug 29, 2019, 3:26 PM IST

देवास। उज्जैन रोड की दलिया बनाने की एक निजी फैक्ट्री से 6 नाबालिग बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया गया है. चाइल्ड हेल्पलाइन ने सभी नाबालिगों को मुक्त कराया है. ये सभी पिछले एक साल से यहां बंधुवा मजदूरी कर रहे थे. पुलिस, महिला सशक्तिकरण विभाग, बाल श्रम विभाग, बाल कल्याण समिति और जिला प्रशासन की टीमों ने भी कार्रवाई में सहयोग किया.

पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक और ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है. पूरी कार्रवाई पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर सोलंकी और पुलिस उप अधीक्षक किरण शर्मा के नेतृत्व में हुई. नाबालिगों को मुक्त कराने के बाद उन्हें कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडेय के समक्ष लाया गया, जहां पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद कलेक्टर ने फैक्ट्री को सील करने के आदेश जारी कर दिए हैं. साथ ही नाबालिगों के परिजनों को सूचना देकर देवास बुलवाया गया है. फिलहाल नाबालिगों को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है.

6 बाल श्रमिकों को कराया गया मुक्त

एसडीएम अरविंद चौहान ने बताया कि पूरे मामले में एक नाबालिग के पड़ोसी ने सराहनीय कदम उठाया, जिसके कारण बच्चों को छुड़ाया जा सका. दरअसल 6 बंधक नाबालिगों में से एक भाग निकला था, उसने अपने दादा को घर जाकर बंधक रखने की कहानी बताई, तो उसके दादा के साथ पड़ोस में रहने वाले शख्स भी मदद के लिए देवास आ गए. बच्चे को साथ लेकर चार दिन तक वे फैक्ट्री की तलाश करते रहे, लेकिन नाबालिग कभी फैक्ट्री से बाहर गया ही नहीं था, लिहाजा वो फैक्ट्री कहां है, यह भूल गया. पड़ोसी ने बस स्टैंड पर कुछ लोगों से चर्चा की, तो लोगों ने उसे चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉल करने के लिए कहा, जिस पर चाइल्ड लाइन ने तुरंत कार्रवाई की.

देवास। उज्जैन रोड की दलिया बनाने की एक निजी फैक्ट्री से 6 नाबालिग बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया गया है. चाइल्ड हेल्पलाइन ने सभी नाबालिगों को मुक्त कराया है. ये सभी पिछले एक साल से यहां बंधुवा मजदूरी कर रहे थे. पुलिस, महिला सशक्तिकरण विभाग, बाल श्रम विभाग, बाल कल्याण समिति और जिला प्रशासन की टीमों ने भी कार्रवाई में सहयोग किया.

पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक और ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है. पूरी कार्रवाई पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर सोलंकी और पुलिस उप अधीक्षक किरण शर्मा के नेतृत्व में हुई. नाबालिगों को मुक्त कराने के बाद उन्हें कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडेय के समक्ष लाया गया, जहां पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद कलेक्टर ने फैक्ट्री को सील करने के आदेश जारी कर दिए हैं. साथ ही नाबालिगों के परिजनों को सूचना देकर देवास बुलवाया गया है. फिलहाल नाबालिगों को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है.

6 बाल श्रमिकों को कराया गया मुक्त

एसडीएम अरविंद चौहान ने बताया कि पूरे मामले में एक नाबालिग के पड़ोसी ने सराहनीय कदम उठाया, जिसके कारण बच्चों को छुड़ाया जा सका. दरअसल 6 बंधक नाबालिगों में से एक भाग निकला था, उसने अपने दादा को घर जाकर बंधक रखने की कहानी बताई, तो उसके दादा के साथ पड़ोस में रहने वाले शख्स भी मदद के लिए देवास आ गए. बच्चे को साथ लेकर चार दिन तक वे फैक्ट्री की तलाश करते रहे, लेकिन नाबालिग कभी फैक्ट्री से बाहर गया ही नहीं था, लिहाजा वो फैक्ट्री कहां है, यह भूल गया. पड़ोसी ने बस स्टैंड पर कुछ लोगों से चर्चा की, तो लोगों ने उसे चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉल करने के लिए कहा, जिस पर चाइल्ड लाइन ने तुरंत कार्रवाई की.

Intro:शहर के उज्जैन रोड की दलिया बनाने की निजी फैक्ट्री पूजा फूड्स नामक कम्पनी में पिछले एक साल से 6 नाबालिग बच्चे बंधुआ मजदूर के रूप में काम कर रहे थेBody:

देवास- शहर के उज्जैन रोड की दलिया बनाने की निजी फैक्ट्री पूजा फूड्स नामक कम्पनी में पिछले एक साल से 6 नाबालिग बच्चे बंधुआ मजदूर के रूप में काम कर रहे थे,जिन्हें चाइल्ड हेल्पलाइन,पुलिस,महिला सशक्तिकरण विभाग, बाल श्रम विभाग व बाल कल्याण समिति व जिला प्रशासन की टीम ने मुक्त कराया। उज्जैन रोड पर स्थित दलिया बनाने की एक फैक्ट्री में एक वर्ष से 6 बच्चों को बंधुआ मजदूर के रूप में बंधक बनाकर रखा था। चाइल्ड लाइन ने सभी बच्चों को आज़ाद करवाया।दरअसल एक बच्चे के दादाजी की शिकायत पर चाइल्ड लाइन, सिविल लाइन थाना पुलिस, महिला सशक्तिकरण विभाग, बाल श्रम विभाग व बाल कल्याण समिति के संयुक्त प्रयास से मुक्त कराकर फैक्ट्री के मालिक व ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है। यह समूची कार्यवाही पुलिस अधीक्षक चंद्रशेार सोलंकी व पुलिस उप अधीक्षक किरण शर्मा के मार्गदर्शन में पूर्ण हुई। बच्चों को मुक्त कराने के बाद उन्हें कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडेय के समक्ष लाया गया, जहां पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद कलेक्टर ने फैक्ट्री को सील करने के आदेश जारी कर दिये। साथ ही बच्चों के परिजनों को सूचना देकर देवास बुलवाया गया है। फिलहाल बच्चों को चाइल्ड लाइन भेज दिया है।पूरे प्रकरण में हरीशचन्द्र नाम के व्यक्ति की अहम् भूमिका रही। 6 बंधक बच्चों में से एक बच्चा भाग निकला था उसने अपने दादा जो घर जा कर बंधक रखने की कहानी बताई तो वृद्ध दादा के साथ उनका पडोसी हरीशचन्द्र भी मदद के लिए देवास आ गए। बच्चे को साथ लेकर चार दिन तक वे फैक्ट्री की तलाश करते रहे लेकिन बच्चा कभी फैक्ट्री से बाहर गया ही नहीं था लिहाजा वो फैक्ट्री कहाँ है यह भूल गया। हरिश्चंद्र ने बस स्टैंड पर कुछ लोगों से चर्चा की तो लोगों ने उसे चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉल करने के लिए कहा। जिस पर चाइल्ड लाइन ने त्वरित कार्यवाही की।

बाईट 01 अरविंद चौहान (SDM देवास)Conclusion:शहर के उज्जैन रोड की दलिया बनाने की निजी फैक्ट्री पूजा फूड्स नामक कम्पनी में पिछले एक साल से 6 नाबालिग बच्चे बंधुआ मजदूर के रूप में काम कर रहे थे
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