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रतनगढ़ सिंचाई परियोजना के ऑफिस को लेकर शुरू हुई राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई - Senwada MLA GhansSenwada MLA Ghanshyam Singhhyam Singh

2300 करोड़ की लागत से सेंवढ़ा से 5 किलोमीटर की दूरी पर सिंध नदी में रतनगढ़ सिंचाई परियोजना का काम किया जा रहा है. सिंचाई परियोजना के ऑफिस को लेकर राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई शुरु हो गई है.

Senvdha MLA Ghanshyam Singh submitted memorandum to Chief Minister Shivraj Singh to SDM Virendra Baghel
सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह ने एसडीएम वीरेंद्र बघेल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नाम ज्ञापन सौंपा
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Published : Jul 10, 2020, 3:27 PM IST

दतिया। जिले की रतनगढ़ सिंचाई परियोजना के ऑफिस को लेकर राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो चुकी है. यही वजह है कि उप-चुनाव की वजह से बीजेपी इस योजना को अपने खाते में बखान करना चाहती है. बीजेपी उप-चुनाव वाली यानी भिंड जिले की गोहद विधानसभा में इस योजना के ऑफिस को ले जाकर वाहवाही लूटना चाहती है.

इस योजना का कार्य क्षेत्र है दतिया जिला जिला है जहां के सेवड़ा अनुभाग में यह कार्य पहले से जारी है, जिसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं, यही वजह है कि सेवड़ा से कांग्रेस विधायक घनश्याम सिंह इस योजना के कार्यालय को यथावत सेवड़ा में रखने के लिए प्रयास कर रहे हैं.

राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई शुरू

2300 करोड़ की लागत से सेंवढ़ा से 5 किमी दूरी पर सिंध नदी पर बांध बनाकर मां रतनगढ़ सिंचाई परियोजना का कार्य कराया जा रहा है. ये प्रोजेक्ट प्रशासकीय कार्यालय को 23 जून को प्रमुख अभियंता जल संशाधन ने सेंवढ़ा से 26 किमी दूर भिंड जिले में स्थानांतरित कर दिया गया है.

दरअसल, सेंवढ़ा से सिंचाई परियोजना का कार्यालय हटाए जाने की खबर मिलते ही सेंवढ़ा क्षेत्र के लोगों में आक्रोश देखने को मिला. वहीं दो दिन पहले सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कार्यालय खाली कर समान समेटना शुरू किया तो स्थानीय लोग विरोध में उतर आए.

बुधवार को सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह ने एसडीएम वीरेंद्र बघेल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नाम ज्ञापन सौंपकर मां रतनगढ़ सिचाई परियोजना का प्रशासकीय कार्यालय सेंवढ़ा से मौ स्थानांतरित करने के आदेश को निरस्त करने को लेकर और परियोजना का कार्यालय सेंवढ़ा में यथावत रखने की मांग की. विधायक घनश्याम सिंह ने कहा, सरकार ने इस जन विरोधी फैसले को यदि नहीं बदला और जनता की जायज मांग की अनदेखी की गई तो तुरंत ही इस माांग को लेकर बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा.

सरकार के जन-विरोधी फैसले के विरोध में ज्ञापन देने वालों में सेवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह के साथ कांग्रेस पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि कार्यकर्त्ता और समाजसेवी शामिल हुए. जिनमें जनपद सदस्य जयवेन्द्र सिंह परिहार, जिला पंचायत सदस्य आलोक सिंह परिहार, जसवंत सिंह बघेल, एनडी प्रजापति, अपरबल साहनी, सुल्तान खान,ब्लॉक अध्यक्ष राम शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष जनवेद कुशवाह, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष केपी यादव, सरपंच खंजापुरा श्सोवरन सिंह चौहान ,पूर्व मंडी डारेक्टर ऊधम सिंह बाबा नागिल, राजेन्द्र नोनेरिया मंडलम अध्यक्ष मनमोहन दीक्षित, युवा कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष विशाल सिंह चौहान, सेवादल यंग बिग्रेड जिलाध्यक्ष श्धीरज गंधी कार्यालय प्रभारी रहीश खान, सोशल मीडिया जिलाध्यक्ष देशराज कुशवाह आदि शामिल हुए.

दतिया। जिले की रतनगढ़ सिंचाई परियोजना के ऑफिस को लेकर राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो चुकी है. यही वजह है कि उप-चुनाव की वजह से बीजेपी इस योजना को अपने खाते में बखान करना चाहती है. बीजेपी उप-चुनाव वाली यानी भिंड जिले की गोहद विधानसभा में इस योजना के ऑफिस को ले जाकर वाहवाही लूटना चाहती है.

इस योजना का कार्य क्षेत्र है दतिया जिला जिला है जहां के सेवड़ा अनुभाग में यह कार्य पहले से जारी है, जिसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं, यही वजह है कि सेवड़ा से कांग्रेस विधायक घनश्याम सिंह इस योजना के कार्यालय को यथावत सेवड़ा में रखने के लिए प्रयास कर रहे हैं.

राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई शुरू

2300 करोड़ की लागत से सेंवढ़ा से 5 किमी दूरी पर सिंध नदी पर बांध बनाकर मां रतनगढ़ सिंचाई परियोजना का कार्य कराया जा रहा है. ये प्रोजेक्ट प्रशासकीय कार्यालय को 23 जून को प्रमुख अभियंता जल संशाधन ने सेंवढ़ा से 26 किमी दूर भिंड जिले में स्थानांतरित कर दिया गया है.

दरअसल, सेंवढ़ा से सिंचाई परियोजना का कार्यालय हटाए जाने की खबर मिलते ही सेंवढ़ा क्षेत्र के लोगों में आक्रोश देखने को मिला. वहीं दो दिन पहले सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कार्यालय खाली कर समान समेटना शुरू किया तो स्थानीय लोग विरोध में उतर आए.

बुधवार को सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह ने एसडीएम वीरेंद्र बघेल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नाम ज्ञापन सौंपकर मां रतनगढ़ सिचाई परियोजना का प्रशासकीय कार्यालय सेंवढ़ा से मौ स्थानांतरित करने के आदेश को निरस्त करने को लेकर और परियोजना का कार्यालय सेंवढ़ा में यथावत रखने की मांग की. विधायक घनश्याम सिंह ने कहा, सरकार ने इस जन विरोधी फैसले को यदि नहीं बदला और जनता की जायज मांग की अनदेखी की गई तो तुरंत ही इस माांग को लेकर बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा.

सरकार के जन-विरोधी फैसले के विरोध में ज्ञापन देने वालों में सेवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह के साथ कांग्रेस पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि कार्यकर्त्ता और समाजसेवी शामिल हुए. जिनमें जनपद सदस्य जयवेन्द्र सिंह परिहार, जिला पंचायत सदस्य आलोक सिंह परिहार, जसवंत सिंह बघेल, एनडी प्रजापति, अपरबल साहनी, सुल्तान खान,ब्लॉक अध्यक्ष राम शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष जनवेद कुशवाह, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष केपी यादव, सरपंच खंजापुरा श्सोवरन सिंह चौहान ,पूर्व मंडी डारेक्टर ऊधम सिंह बाबा नागिल, राजेन्द्र नोनेरिया मंडलम अध्यक्ष मनमोहन दीक्षित, युवा कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष विशाल सिंह चौहान, सेवादल यंग बिग्रेड जिलाध्यक्ष श्धीरज गंधी कार्यालय प्रभारी रहीश खान, सोशल मीडिया जिलाध्यक्ष देशराज कुशवाह आदि शामिल हुए.

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