दतिया। जिले के भांडेर नगर का प्राचीन और पौराणिक महत्व का कुण्ड है जिसे नगर के लोग सोनभद्र कुण्ड (सोन तलैया) के नाम से जानते हैं. जहां पर स्थित प्राचीन मंदिर में श्री लक्ष्मण बाला सरकार विराजमान हैं, वहीं एकादशी के दिन लक्ष्मण सरकार का सोनभद्र कुंड में जल विहार होता है. हर साल की तरह इस साल भी इनका जल विहार महोत्सव मनाया लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए केवल औपचारिकता पूरी की गई. बड़े स्तर पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को कोरोना के कारण सीमित रूप में मनाया गया.
मंदिर के पुजारी राजेन्द्र उपाध्याय जी ने बताया कि लक्ष्मण बाला सरकार की सवारी अपने पूरे दल बल के साथ रथ में बैठकर जल विहार के लिए सरकार जल विचरण करते हैं. सोनभद्र कुंड जिसमें अथाह जल भरा होता है रथ को 12 कहार तैर कर भ्रमण कराते हैं, जहां बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शनार्थ एकत्रित होते हैं. पर्वत शिखर पर स्थित सोनभद्र कुंड प्राकृतिक सौंदर्य का एक अनुपम उदाहरण हैं जहां दूर- दूर से पर्यटक सरकार के दर्शन और सौनभद्र कुंड की प्राकृतिक छटा को देखने आते हैं, साथ ही नगर की सुंदरता के वास्तविक दर्शन भी करते हैं.
लेकिन इस साल भगवान लक्ष्मण बाला सरकार ने मंदिर स्थित अपने सिंहासन से ही जल विहार किया. सरकार ने जल विहार के समय जलक्रीड़ा का आनंद नहीं लिया इस आनंद विभोर कर देने वाले अवसर पर सिर्फ शालिगराम महाराज को ही एक छोटे से रथ (सिंहासननुमा) में सोनभद्र कुंड के जल में भ्रमण कराया गया. जिनके रथ के कहार के रूप में शिवराम सिंह सेंगर थे जिन्होंने सोनभद्र कुंड के अथाह जल मे तैरकर शालिगराम सरकार की जलयात्रा पूरी की.
इस मौके पर कार्यक्रम के दौरान मुख्य रुप से बृजकिशोर बल्ले रावत, अरुण नीखरा,जगदीश पहारिया, इंद्रपाल सिंह सेंगर, शिवराम सिंह सेंगर,सहित अन्य लोग उपस्थित थे. वहीं कोविड 19 की गाइडलाइन का उल्लंघन न हो इसके लिये प्रशासन की ओर से उचित प्रावधान किए गए थे.