दतिया। जिले में कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिला है. जिसके चलते जिले को ग्रीन जोन में शामिल किया गया है. इसी कारण प्रशासन ने जिले में बाजार और उद्योग शुरु करने में थोड़ी राहत दी है. वहीं मंडी में किसानों की अनाज खरीदी की शुरुआत हो गई है. जिससे किसान काफी खुश हैं और अपनी उपज लेकर मंडी पहुंच रहे हैं. लेकिन बिक्री के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का बिल्कुल भी पालन नहीं किया जा रहा है, जो चिंता का विषय है.
दरअसल, विश्वभर में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस के प्रकोप से दतिया पूरी तरह सुरक्षित है. जिसके चलते यहां लॉकडाउन के तीसरे चरण में लगभग 42 दिन बाद मार्केट खोलने में राहत दी है. वहीं फसलों को उचित दामों में बेचने के लिए मंडी खोल दी गई है. जिससे अपनी उपज बेचने के लिए परेशान किसान को भी राहत मिली है. ऐसे में किसान अपने-अपने गांव से अपनी उपज लेकर मंडी पहुंच रहे हैं. किसानों की फसल बिकने से वे अपनी रोजमर्रा के जरूरत की चीजें भी खरीद रहे हैं. जिससे बाजार में भी पैसा आना शुरु हो गया है. वहीं इतने दिन से दुकान बंद होने के कारण समस्याओं से जूझ रहे व्यापारियों को भी थोड़ी राहत मिली है.
किसानों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण उन्हें उनकी उपज का उचित दाम नहीं मिल पा रहा था. जिससे वे काफी परेशान थे. लेकिन अब प्रशासन के द्वारा थोड़ी सी राहत दी गई है, जिसके बाद वे अपनी फसलों को उचित दाम पर बेच पा रहे हैं. इसके साथ ही वे अपनी जरूरी जरूरतों को पूरा भी कर रहे हैं. किसानों ने मांग की है कि मंडी संचालन में छूट बनी रहे. साथ ही बाजार में जरूरत की दुकानें, खोली रखी जाएं. वहीं व्यापारियों का कहना है प्रशासन के आदेश पर हम काम कर रहे हैं. जैसा शासन-प्रशासन आदेश करेगा हम उस नियम का पालन करेंगे .