दतिया। जिले से रेत के अवैध उत्खनन को लेकर एक बार फिर से वन विभाग के सेंवढ़ा अनुविभाग के रेंजर ने मुख्य वन संरक्षक (CCF) को त्यागपत्र लिखकर स्वयं की जान को खतरा बताया है, रेंजर बीती रात भरसूला गोराघाट थाना क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन को रोकने गए थे. यहां रेत माफिया भाजपा नेता केपीएस भदौरिया ने बंदूक अड़ाकर जान से मारने और रेत में गाढ़ने तक की धमकी दे दी. जब इस बात की शिकायत इंचार्ज DFO से की इस पर रेंजर का उल्टा डांट सुननी पड़ी इस घटना के बाद रेंजर बुरी तरह से डरे हुए है, वे वन विभाग की नौकरी छोड़ना चाहते है. वे जान की सुरक्षा की मांग भी कर रहे हैं.
- DFO ने रेत खनन रोकने के दिए थे आदेश
दरअसल रेंजर को दतिया के इंचार्ज DFO अभिनव पल्लव ने वन परिक्षेत्र भरसूला में अवैध रेत उत्खनन रोकने के लिए आदेशित किया था. इस आदेश का पालन करने और कार्रवाई को अंजाम देने के लिए सेंवढ़ा रेंजर चंद्रशेखर श्रोत्रिय गोराघाट पुलिस से संपर्क किया. गोराघाट पुलिस ने रुचि नहीं दिखाई. रेंजर से कहा कि एसपी के आदेश पर ही कार्रवाई हाे सकेगी. इस बात की जानकारी रेंजर श्रोत्रिय ने DFO पल्लम को दी DFO ने कहा कि मुझे पता नहीं कार्रवाई चाहिए. इसके बाद बुधवार की शाम को रेंजर श्रोत्रिय भरसुला वन परिक्षेत्र पहुंचे. यहां आठ से दस टैक्टर और ट्रॉली में अवैध रेत भर रहे थे.
- DFO ने मदद करने की बजाय डाटकर भगा दिया
कार्रवाई करते समय बंदूकधारियों ने रेंजर को घेर लिया. रेंजर के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे. हालांकि ट्रैक्टर चालक वाहन राजसात होने के डर से रेत खाली करके भाग गए, लेकिन रेत माफियाओं ने रेंजर पर बंदूक तान दी और कहा कि अभी गोली मारकर खत्म कर दूंगा, उसके बाद रेत की इस खदान में दबाकर चला जाऊंगा. परिवार को पता भी नहीं चलेगा. यह बात सुनकर रेंजर श्रोत्रिय बहुत भयभीत हो गए. वो जैसे-तैसे इन लोगों के बीच से निकले और उन्होंने सीधे DFO को फोन किया. रेंजर का आरोप है कि DFO ने कहा कि मुझे कुछ पता नहीं रेत का खनन बंद होना चाहिए, चाहे पुलिस का सपोर्ट लो या स्वयं के स्तर पर करो वरना रेत के अवैध उत्खनन में आपको लिप्त मानते हुए विभागीय जांच शुरू कर दूंगा.
बेखौफ रेत माफिया: वन कर्मचारी की कनपटी पर लगाया कट्टा, गश्ती दल पर फायरिंग
- रेंजर ने पत्र में यह लिखा
गुरुवार को रेंजर श्रोत्रिय ने अपना त्यागपत्र CCF ग्वालियर को भेज दिया. त्याग पत्र में रेंजर ने प्रभारी वरिष्ठ अधिकारियों पर सहयोग करने के बजाए प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया गया है. पत्र में लिखा कि जिले के रेत उत्खनन भाजपा नेता और ठेकेदार केपी सिंह भदौरिया ने स्वीकृत सर्वे नंबरों के अलावा वन क्षेत्र से उत्खनन करा रहे हैं. वन परिक्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन रोकने के लिए पुलिस और राजस्व अधिकारियों का सहयोग नहीं मिला. रेत ठेकेदार भदौरिया की वन परिक्षेत्र भरसूला में कोई स्वीकृत खदान नहीं है, लेकिन वहां पर पिछले एक माह से रेत का उत्खनन जारी है.
रसूख के चलते भू-माफियाओं को छू नहीं पाता प्रशासन, 10 हजार एकड़ जमीन पर कब्जा
- एक सप्ताह पहले पनडुब्बी और मशीन की थी जब्त
रेंजर ने पत्र में यह भी बताया कि एक सप्ताह पहले वन विभाग की कार्रवाई में एक जेसीबी मशीन और कुछ पनडुब्बी भी पकड़ी गई थी. जिसमें पनडुब्बी को मौके पर नष्ट किया गया और जेसीबी को जब्त किया गया. इसके बावजूद वहां उत्खनन लगातार जारी था. इसी उत्खनन को बंद कराने के लिए वन मंडल अधिकारी ग्वालियर अभिनव पल्लव जो कि दतिया डीएफओ प्रियांशी राठौर के अवकाश पर जाने के कारण जिले के प्रभारी अधिकारी हैं. इंचार्ज DFO द्वारा लगातार कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जा रहा था. सेवढ़ा रेंज के कुछ अधिकारियों कर्मचारियों की ड्यूटी कोरोना महामारी के चलते उनके कार्य क्षेत्र से दूर कंटेनमेंट जोन में अथवा अन्य व्यवस्थाओं में भी लगाई गई है इसलिए रेंज में कर्मचारी नहीं है.