दतिया। जिले भर में जहां लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, तो वहीं दूसरी ओर अब तक कुल चार संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है. इन सबकी वजह से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. दिन-प्रतिदिन बढ़ते संक्रमित मरीजों की चेन को तोड़ना बेहद मुश्किल होता जा रहा है.
जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या अब तक 215 हो चुकी है, तो वहीं 168 स्वस्थ होकर वापस अपने घर लौट चुके हैं, इस महामारी से कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है. एक्टिव केस की संख्या 42 हो गई है.
कोरोना से बने हालातों लेकर ग्वालियर संभाग कमिश्नर एमबी ओझा और चंबल आईजी मनोज शर्मा ने दतिया पहुंचकर प्रशासन की बैठक ली, जिसमें उन्होंने कोविड-19 के संबंध में मेडीकल कॉलेज और जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली, इस दौरान संभागायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वायरस एक आपातकालीन आपदा है, इसमें सभी डॉक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी पूरी जिम्मेदारी और निष्ठा से कार्य करना होगा, उन्होंने कहा, ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी.
उन्होंने मेडीकल कॉलेज के डीन, जिला चिकित्सालय के सीएमएचओ और सिविल सर्जन से 'सार्थक' एप सहित माईक्रोबॉयलॉजी और एटोनॉमी में पदस्थ डॉक्टरों की जानकारी भी ली. उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में कोरोना वायरस के मरीजों को रेफर ना करें. पूरी सुविधा के साथ यहीं इलाज किया जाए.
संभागायुक्त ने जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थित इंतजामों को तत्काल दुरुस्त करने के लिए कहा, जिससे मरीज को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो सके. उन्होंने कहा कि जो डॉक्टर अप-डाउन करते हैं, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करें और साथ ही दो-दो माह की वेतन भी रोकी जाए. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने और आपदा आने पर हर प्रकार से तैयार रहने के निर्देश दिए.